पोटाश उर्वरक क्या है गार्डन में इसके उपयोग और फायदे – Potash Fertilizer Uses and Benefits for Plants in Hindi

अगर आपके गार्डन में लगे हुए पेड़-पौधों की उचित देखभाल करने के बाद भी उनकी ग्रोथ नहीं बढ़ रही है या फल वाले पौधे में फूल और फल नहीं आ रहे हैं इसके अतिरिक्त आपके पौधे की पत्तियां पीली पड़ने जैसी अनेक समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं तो यह पौधों में आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्व पोटेशियम की कमी का संकेत हो सकता है, पौधे में पोटेशियम की कमी से होने वाली इन सभी समस्याओं को पोटाश उर्वरक (Potash Fertilizer) के उपयोग से दूर किया जा सकता है, जैविक पोटाश उर्वरक या खाद क्या है गार्डन में पेड़-पौधों के लिए इसका उपयोग कब किया जाता है तथा इसके फायदे कौन-कौन से हैं (Potash fertiliser kya hai iske upyog tatha fayde) जानने के लिए आर्टिकल को पूरा पढ़ें।

पोटाश उर्वरक क्या है – What is Potash Fertilizer in Hindi

पोटाश उर्वरक क्या है - What is Potash Fertilizer in Hindi

पोटाश जमीन में उपलब्ध खनिज पत्थरों का स्ट्रक्चरल कंपोनेंट (structural component) है, अर्थात मिट्टी का संरचनात्मक घटक होने के कारण यह मिट्टी में कोम्प्लेक्स रूप में पाया जाता है, लेकिन यह पौधों के लिए उपलब्ध नहीं होता, क्योंकि प्राकृतिक रूप से पौधों के लिए पोटाश उपलब्ध होने की प्रक्रिया बेहद ही धीमी गति से कार्य करती है, इसीलिए पौधों में पोटेशियम पोषक तत्व की कमी को दूर करने के लिए तथा अच्छी ग्रोथ देने के लिए ऑर्गेनिक तरीके से बनाया गया पोटाश फर्टिलाइजर का उपयोग किया जाता है।

भले ही पोटाश कई कमर्शियल फर्टिलाइजर (commercial fertilizers) में एक सक्रिय घटक है, लेकिन जैविक पोटाश उर्वरक का उपयोग करना महत्वपूर्ण है जो आमतौर पर पोटेशियम हाइड्रॉक्साइड या पोटेशियम क्लोराइड (KCl) के साथ निर्मित होता है।

विभिन्न पोटाश उर्वरकों में उपलब्ध पोटेशियम की मात्रा अलग-अलग होती है जो निम्न है-

पोटाश उर्वरक के नाम
एनपीके अनुपात
पोटेशियम की मात्रा (% में)
पोटेशियम नाइट्रेट (potassium nitrate)
13:0:45
45-46
पोटेशियम क्लोराइड (potassium chloride)
0:0:60
60-62
पोटेशियम सल्फेट (potassium sulphate)
 0:0:50
50
पोटेशियम शोनाईट (potassium schoenite)
0:0:20
20

नोट – माइका और फेल्सपार पोटाश के प्रमुख मिनिरल्स हैं, लेकिन इस रूप में उपस्थित पोटाश को पौधे सीधे प्रयोग नहीं कर पाते।

(यह भी जानें: पौधों में पोषक तत्वों की कमी के लक्षण और निदान…)

पौधों के लिए पोटाश उर्वरक का उपयोग कब करें – When to Use Potash Fertilizer for plants in Hindi

गमले में पौधे लगाने के लिए मिट्टी तैयार करते समय आप उसमें कुछ मात्रा में पोटाश उर्वरक का उपयोग कर सकते हैं इसके अतिरिक्त पौधे में फूल आने की क्रिया से लेकर फल लगने तक पोटाश फर्टिलाइजर का उपयोग करना उचित माना जाता है क्योंकि इसी समय में पौधे को पोटेशियम की सबसे अधिक आवश्यकता होती है। पोटाश उर्वरक में मौजूद पोटेशियम आपके गमले की मिट्टी में लगे हुए पौधों को बीमारी से लड़ने तथा मजबूत और स्वस्थ जड़ें विकसित करने में मदद करता है, अगर आपको अपने गमले में लगे हुए पौधों में पोटेशियम की कमी के लक्षण दिखाई देते हैं तो आप पोटाश उर्वरक का उपयोग कर सकते हैं, पौधों में पोटाश (पोटेशियम) की कमी के लक्षण निम्न हैं:

  • पोटाश की कमी से पौधों की पत्तियां किनारों पर सूखने लगती हैं।
  • पोटेशियम की कमी से फलदार पौधों में अधिक फल व फूल नहीं आ पाते।
  • इसकी कमी से पौधा कमजोर होने लगता है जिससे पौधों में कीट और रोग लगने की समस्या काफी हद तक बढ़ जाती है।

किन पौधों को सबसे अधिक पोटेशियम की जरूरत होती है – potassium loving plants in Hindi

किन पौधों को सबसे अधिक पोटेशियम की जरूरत होती है - potassium loving plants in Hindi

  • अगर आपने अपने होम गार्डन में फल-फूल या सब्जियों वाले पौधे लगाए हैं तो उन सभी पौधों में पोटेशियम पोषक तत्व की कमी को दूर करने, पौधों की ग्रोथ बढ़ाने, जड़ों को मजबूत बनाने और पौधों में फल-फूल न आने की समस्या का इलाज करने इत्यादि के लिए आप पोटाश उर्वरक का उपयोग कर सकते हैं।
  • हालाँकि सभी पौधों को पोटेशियम की आवश्यकता होती है, लेकिन कुछ पौधों को अन्य पौधों की तुलना में अधिक पोटेशियम की जरूरत होती है। यदि आप आलू या चुकंदर जैसी जड़ वाली सब्जियां उगा रहे हैं, तो उन्हें अपनी लम्बी और कंदयुक्त जड़ों के विकास और स्वाद को बढ़ाने के लिए अतिरिक्त पोटेशियम की आवश्यकता होगी। इसके अलावा फूलगोभी और पत्तागोभी जैसी सब्जियां भी पोटेशियम युक्त उर्वरक देने पर अच्छी तरह उगती हैं।
  • मकई (Corn), गाजर (carrots) और अल्फाल्फा (alfalfa) इत्यादि को भी अच्छी तरह से विकसित होने के लिए भरपूर मात्रा में पोटैशियम की जरूरत होती है।

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फूलगोभी (Cauliflower)
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पोटाश खाद के फायदे – What does potash Fertilizer do in plants in Hindi

पोटाश पौधे की संपूर्ण वृद्धि और फलों की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए आवश्यक होता है। पोटाश उर्वरक से आपके गार्डन के पौधों को निम्न लाभ होते हैं, जैसे:

  • जैविक पोटाश उर्वरक आपके पौधों को बड़े फल और सब्जियां उगाने के लिए आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है।
  • फलदार पौधों में अधिक फलों के उत्पादन को प्रोत्साहित करता है।
  • यह पौधे की फलियों के दाने भरने, फल का आकार बढ़ाने व फलों को चमकदार बनाने में सहायक होता है।
  • जैविक खाद पोटाश गार्डन की मिट्टी में नमी बनाए रखती है जिससे पौधों को सूखा, पाला जैसी समस्याओं से बचाया जा सकता है।
  • पोटाश उर्वरक जड़ स्वास्थ्य को बढ़ाने में मदद कर सकता है।
  • यह आपके पौधों को स्वस्थ रखने व पौधे की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है।
  • पोटाश, शर्करा को बेहतर ढंग से संश्लेषित करने में मदद करता है जिसके कारण फलों का स्वाद अच्छा होता है।
  • पोटेशियम पौधों द्वारा पानी के अवशोषण के लिए जिम्मेदार है तथा पौधों की वृद्धि को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
  • पोटाश उर्वरक मिट्टी के पीएच मान को बढ़ाता है, अर्थात् मिट्टी की अम्लीयता को कम करके क्षारीयता को बढ़ाता है। यही कारण है कि एसिड-प्रेमी पौधों जैसे- रोडोडेंड्रोन (rhododendron), हाइड्रेंजिया (hydrangea) और अजेलिया (azalea) पर इसका उपयोग नहीं करना सबसे अच्छा है।

नोट – अम्लीय मिट्टी में उगना पसंद करने वाले पौधों में अधिक पोटाश उर्वरक का उपयोग पौधों को नुकसान पहुंचा सकता है।

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पौधों में पोटाश उर्वरक कैसे डालें – How to add potash Fertilizer to plants in Hindi

पोटाश खाद तरल पदार्थ (लिक्विड), पाउडर एवं दानेदार उर्वरक के रूप में आता है। होम गार्डन में आप इस उर्वरक का उपयोग निम्न तरीके से कर सकते हैं:

  • लिक्विड पोटाश का उपयोग आप पौधों पर स्प्रे करके कर सकते हैं।
  • पोटाश उर्वरक के पाउडर का उपयोग किसी अन्य उर्वरक या मिट्टी के साथ मिलाकर करें।
  • दानेदार पोटाश का उपयोग गार्डन की मिट्टी में हाथ से बिखेर कर किया जा सकता है।

गार्डन में पेड़-पौधों के लिए जैविक पोटाश उर्वरक का उपयोग करते समय इस बात का जरूर ध्यान रखना चाहिए, कि इसका उपयोग मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी के आधार पर व पौधों की आवश्यकता के अनुसार करना चाहिए। हालाँकि थोड़ी मात्रा में जैविक पोटाश उर्वरक का प्रयोग पौधों के लिए नुकसानदायक नहीं होता है।

गमले में लगे पौधों के लिए पोटाश उर्वरक का उपयोग कैसे करें – How to Use Potash For potted Plants in Hindi

गमले में लगे पौधों के लिए पोटाश उर्वरक का उपयोग कैसे करें - How to Use Potash For potted Plants in Hindi

गार्डन में लगे हुए पेड़-पौधों में पोटाश उर्वरक का उपयोग करने के लिए आप दानेदार या पाउडर जैविक पोटाश उर्वरक को सीधे मिट्टी के ऊपर (टॉपड्रेसिंग के रूप में) डाल सकते हैं। पोटाश फर्टिलाइजर को पौधे के चारों ओर समान रूप से छिड़कने के बाद चारों ओर की मिट्टी को पलट दें और पर्याप्त रूप से पानी दें।

आर्गेनिक पोटाश फर्टिलाइजर को पौधे उगाने से पहले गमले की मिट्टी तैयार करते समय भी मिला सकते हैं। या फिर आप पोटाश उर्वरक को बीज लगाने के बाद सीडलिंग की मिट्टी की ऊपरी परत में मिला दें।

नोट – कमर्शियल पोटाश उर्वरक बीज के संपर्क में आने के बाद बीज की अंकुरण क्षमता को हानि पहुंचाता सकता है, इसलिए जैविक पोटाश उर्वरक का उपयोग करने पर विशेष जोर दें तथा सावधानी वर्तें।

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फूलों के पौधों के लिए पोटाश उर्वरक का उपयोग कैसे करें – How to Use Potash For Flowering Plants in Hindi

गमले में लगे हुए फूल वाले पौधों के लिए लिक्विड पोटाश उर्वरक का उपयोग करने पर आपको अधिक विकसित व स्वस्थ फूल प्राप्त होंगे, इसके लिए आप अपने पौधों की आवश्यकता के अनुसार ½ या 1 चम्मच पोटाश उर्वरक को 1 लीटर पानी में घोलकर लिक्विड तैयार कर सकते हैं, फूल वाले पौधे पर कलियाँ खिलने पर आप हर 15 से 20 दिन के अन्तराल में पौधों को पोटाश उर्वरक खाद दे सकते हैं।

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इस लेख में आपने जाना पोटाश खाद क्या है, पोटाश खाद का उपयोग कैसे करें और इसके फायदे क्या हैं, इत्यादि। इस लेख में दी गई जानकारी आपको कैसी लगी, अपने सुझाव या सवाल हों तो कमेंट में जरूर बताएं, गार्डनिंग से जुड़े और भी उपयोगी लेख पढ़ने के लिए Organicbazar.net पेज पर जाएं।

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