घर पर गमले में राजमा (किडनी बीन्स) कैसे उगाएं – How To Grow Kidney Beans In Pots At Home In Hindi

राजमा अर्थात् किडनी बीन्स (Kidney Beans) लता या बेल के रूप में बढ़ने वाली सब्जी का पौधा है, जिसका वानस्पतिक नाम फेजोलस वल्गरिस (Phaseolus Vulgaris) है। राजमा में प्रोटीन की उच्च मात्रा पाई जाती है, जिसके कारण इसकी सब्जी बेहद फायदेमंद होती है। इस लेख में आप घर पर गमले या ग्रो बैग में किडनी बीन्स कैसे लगाएं, के बारे में जानेंगे। गमले की मिट्टी में किडनी बीन्स या राजमा के बीज लगाने का सही समय व सीड लगाने की विधि क्या है, राजमा के पौधे की देखभाल कैसे करें तथा हार्वेस्टिंग का सही समय क्या है, के बारे में संपूर्ण जानकारी के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें। (How To Grow Rajma In Pot In Hindi)

राजमा उगाने से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी – Information About Growing Kidney Beans Plant At Home In Hindi

यदि आप राजमा के पौधे को घर पर गमले या ग्रो बैग में उगाने की सोच रहें हैं, तो आगे दी गई जानकारी आपके काम की हो सकती है। आइए जानते हैं, किडनी बीन्स या राजमा लगाने से सम्बंधित जानकारी के बारे में।

वानस्पतिक नाम
फेजोलस वल्गरिस (Phaseolus Vulgaris)
सामान्य नाम
राजमा
पौधे का प्रकार
बेल वाली सब्जी का पौधा
बीज लगाने का सही समय
फरवरी से मई
मिट्टी में बीज लगाने की गहराई
लगभग 1 से 2 इंच
मौसम
गर्म जलवायु में
आवश्यक धूप
प्रतिदिन लगभग 6 से 8 घंटे
मिट्टी का पीएच
6-7 के बीच बेस्ट
बीज अंकुरण के लिए तापमान
लगभग 18-27 डिग्री सेल्सियस
राजमा के बीज अंकुरित होने में लगा समय
लगभग 7 से 15 दिन
हार्वेस्टिंग टाइम
मिट्टी में बीज लगाने के लगभग 120 से 130 दिन बाद, राजमा की कुछ किस्में कम समय में हार्वेस्टिंग के लिए तैयार हो जाती हैं।

किडनी बीन्स (राजमा) लगाने का सही समय – Best Time To Plant Kidney Beans In Hindi

राजमा गर्म जलवायु में तेजी से ग्रो करने वाला पौधा है, जिसे ठण्ड का सीजन बीत जाने के बाद ही गमले या गार्डन की मिट्टी में लगा दिया जाता है, ताकि गर्मी के मौसम में यह अच्छे से ग्रो कर सके। किडनी बीन्स लगाने का सबसे अच्छा समय फरवरी से मई का होता है।

किडनी बीन्स लगाने के लिए अच्छी मिट्टी – Best Soil For Growing Kidney Beans In Hindi

किडनी बीन्स लगाने के लिए अच्छी मिट्टी – Best Soil For Growing Kidney Beans In Hindi

राजमा या किडनी बीन्स के पौधे लगाने के लिए अच्छी जल निकासी वाली उपजाऊ मिट्टी का उपयोग करना चाहिए। 6 से 7 के बीच पीएच मान वाली मिट्टी में राजमा के पौधे अच्छे से विकसित होते हैं। किडनी बीन्स के बीजों को लगाने के लिए आप 50% मिट्टी में 40% कम्पोस्ट खाद और 10% रेत मिलाकर पॉटिंग मिक्स तैयार कर सकते हैं। अच्छी पॉटिंग मिक्स खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें।

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किडनी बीन्स लगाने के लिए कंटेनर का साइज – Container Size For Growing Kidney Beans In Hindi

घर पर गमले में राजमा (Kidney Beans) के पौधे लगाने के लिए ऐसे गमले या ग्रो बैग का चयन करें, जिनमें ड्रेनेज की उचित व्यवस्था हो। आप पौधे लगाने के लिए निम्न आकार के गमले या ग्रो बैग का इस्तेमाल कर सकते हैं, जैसे:

आप अपनी सुविधा के अनुसार गमले का आकार चुन सकते हैं।

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राजमा की किस्में – Best Rajma Variety In India In Hindi

राजमा बीन्स की प्रमुख दो वैरायटी हैं, जो कम समय में हार्वेस्टिंग के लिए तैयार हो जाती हैं। चलिए जानते हैं, किडनी बीन्स की प्रमुख किस्म के बारे में।

  • पोल बीन्स पोल बीन्स मुख्य रूप से लता या बेल के रूप में बढ़ने वाली किस्म है, जिसमें 55 से 65 दिनों में फलियाँ लगने लगती हैं।
  • बुश बीन्स – बुश वैरायटी झाड़ियों के रूप में ग्रो होती है, जिसमें 50 से 55 दिनों में ही फलियाँ लगने लगती हैं। और आप बुश वैरायटी को कम जगह में भी आसानी से लगा सकते हैं।

गमले में राजमा के बीज कैसे लगाएं – How To Plant Kidney Beans In Pot In Hindi

गमले में राजमा के बीज कैसे लगाएं – How To Plant Kidney Beans In Pot In Hindi

होम गार्डन या टेरेस गार्डन में राजमा के बीजों को आसानी से गमले या ग्रो बैग में उगाया जा सकता है। आइए जानते हैं, गमले या ग्रो बैग में किडनी बीन्स के बीज लगाने की विधि के बारे में।

ग्रो बैग में पॉटिंग मिट्टी भरना – Fill In Grow Bags With Potting Soil In Hindi

गमले या ग्रो बैग में एक इंच तक छोटे कंकड़ डालें, ताकि जल निकासी अच्छे से होती रहे। अब गमले में उर्वरा शक्ति वाली मिट्टी या पॉटिंग मिक्स भरें। कंटेनर में मिट्टी भरते समय गमले को ऊपर से 2-3 इंच खाली छोड़ें, ताकि पानी देते समय पॉट से मिट्टी न बहे तथा खाद आदि देना भी आसान हो।

राजमा या किडनी बीन्स के बीज लगाने की विधि – How To Plant Rajma Seeds In Grow Bag In Hindi

गमले, ग्रो बैग या कंटेनर की मिट्टी में किडनी बीन्स के बीजों को डायरेक्ट सोइंग मेथड से उगाया जाता है, क्योंकि सीडलिंग में पौधे तैयार करने के बाद ट्रांसप्लांटिंग करने से कई बार पौधे अच्छे से नहीं उग पाते हैं। किडनी बीन्स के बीजों को गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में लगाने के लिए आप नीचे दी गई स्टेप्स को फॉलो करें।

  • पॉट की मिट्टी में राजमा के बीज लगभग 1 से 2 इंच की गहराई में लगाएं, तथा बीजों को मिट्टी की हलकी परत से ढक दें।
  • एक गमले में 2 से 3 राजमा के बीज लगाएं, ताकि स्वस्थ पौधे तैयार हो सकें।
  • राजमा की बुश बीन्स वैरायटी (जो झाड़ियों के रूप में बढ़ती है) के बीजों को एक दूसरे से लगभग 12-18 इंच की दूरी पर लगाएं।
  • बीज लगाने के बाद गमले की मिट्टी में उचित मात्रा में पानी का छिड़काव करें और मिट्टी में पर्याप्त नमी बनाए रखें, लेकिन जलभराव से बचें।
  • अब इस गमले/ग्रो बैग को आंशिक छाया में रख दें और बीज अंकुरित हो जाने के बाद आप गमले को सीधी धूप में रख सकते हैं।
  • अनुकूल वातावरण होने पर राजमा के बीज 7 से 15 दिन में अंकुरित होने लगते हैं।

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राजमा (किडनी बीन्स) के पौधों की देखभाल कैसे करें – Care Of Kidney Beans Plant In Hindi

अगर किडनी बीन्स के पौधों की उचित देखरेख की जाए, तो आप राजमा की अच्छी पैदावार प्राप्त कर सकते हैं। आइये जानते हैं, राजमा के पौधे की देखभाल करने के बारे में।

(यह भी जानें: जानें गर्मियों में सब्जियों की देखभाल करने के आसान टिप्स…)

धूप – Kidney Beans Plant Sunlight Requirements In Hindi

राजमा का पौधा पर्याप्त सूर्यप्रकाश में अच्छी तरह बढ़ता है, इसलिए इस पौधे को ऐसी जगह लगाएं, जहां इसे रोजाना कम से कम 6-8 घंटे की सीधी धूप मिल सके, लेकिन गर्मी के समय तेज धूप से बचाएं। आप पौधों को तेज धूप से बचाने के लिए शेड नेट का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा पौधे को छाया में रखने से बचें, क्योंकि इससे फलियों का उत्पादन कम होगा या बिल्कुल नहीं होगा।

(यह भी जानें: पौधे जो तेज धूप में करते हैं बेहतर विकास…)

पानी – Water Requirement Of Kidney Beans Plant In Hindi

किडनी बीन्स या राजमा का पौधा कम पानी में तो ग्रो कर सकता है, लेकिन ओवर वाटरिंग को सहन नहीं कर पाता है। अतः राजमा के पौधों को आवश्यकता अनुसार पानी दें। पौधे लगे गमले की मिट्टी को चेक करें, अगर मिट्टी एक इंच गहराई तक सूखी लगे, तो आप पौधों को पानी दे सकते हैं।

(यह भी जानें: गर्मियों में पौधों को कब और कैसे दें पानी…)

खाद और उर्वरक – What Is The Best Fertilizer For Kidney Beans In Hindi

खाद और उर्वरक – What Is The Best Fertilizer For Kidney Beans In Hindi

राजमा के पौधे में अधिक नाइट्रोजन वाले उर्वरकों का उपयोग नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसके इस्तेमाल से पत्तियों की ग्रोथ तो अच्छे से होती है, लेकिन फलियों का उत्पादन कम हो सकता है। किडनी प्लांट को फास्फोरस और कैल्शियम से युक्त खाद दें, इसके लिए आप रॉक फॉस्फेट, प्लांट ग्रोथ प्रमोटर और प्रोम खाद का इस्तेमाल कर सकते हैं।

(यह भी जानें: सब्जियों के पौधों में खाद कब और कैसे दें…)

राजमा प्लांट को सहारा देना – Give Support To Kidney Bean Plant In Hindi

अगर आप राजमा या किडनी प्लांट की बेल या लता के रूप में बढ़ने वाली किस्में लगा रहें हैं, तो पौधों को सहारे की जरूरत होगी। राजमा प्लांट को सहारा देने के लिए आप लकड़ी के डंडे या क्रीपर नेट का इस्तेमाल कर सकते हैं।

गार्डनिंग के लिए आवश्यक सामग्री यहाँ से खरीदें:

गमले या ग्रो बैग
गोबर खाद
प्लांट ग्रोथ प्रमोटर
एप्सम साल्ट
रॉक फॉस्फेट
नीम तेल
क्रीपर नेट
प्रूनर
स्प्रे पंप
वॉटर केन
स्टिकी ट्रैप

खरपतवार नियंत्रण – Weed Control In Kidney Bean Plant In Hindi

राजमा के पौधे की जड़ें ज्यादा गहरी नहीं होती हैं, इसीलिए मिट्टी से खरपतवार हटाते समय ध्यान रखें कि पौधे की जड़ों को नुकसान न पहुंचे। चूंकि, किडनी प्लांट की जड़ें उथली होती है, इसीलिए वीड्स को हटाते समय खुरपी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे खरपतवार के साथ-साथ पौधे की जड़ें भी डैमेज हो सकती हैं। आप खरपतवार को अपने हाथों से हटा सकते हैं। वीड्स हटाने से पहले हाथों में ग्लव्स या दस्ताने जरूर पहनें। ग्लव्स खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें।

मल्चिंग – Mulching In Kidney Bean Plant In Hindi

किडनी बीन्स या राजमा प्लांट के चारों ओर पत्ते, घास की कतरन, पुआल आदि की 2 से 3 इंच मोटाई की परत बिछा देनी चाहिए। मल्चिंग से राजमा के पौधे के आसपास खरपतवार नहीं उगती है और मिट्टी में आवश्यक नमी भी बनी रहती है।

(यह भी जानें: मल्चिंग क्या है? अपने गार्डन को मल्च कैसे करें…)

कीट और रोग – Kidney Bean Plant Pests And Diseases And Their Control In Hindi

एफिड्स, बीटल कीड़ा, स्लग, कटवर्म, लीफ हॉपर और बीन रस्ट (Bean rust) जैसे कीट राजमा प्लांट को नुकसान पहुंचा सकते हैं। जब भी पौधों पर ये कीट दिखें तो इन्हें अलग कर दें या एक अच्छे प्रभावी कीटनाशक या पेस्टिसाइड का इस्तेमाल करें। राजमा के पौधों पर पाउडरी मिल्ड्यू जैसे रोग लगने पर उचित फंगीसाइड या नीम तेल का स्प्रे करें।

(यह भी जानें: बेल वाली सब्जियों में लगने वाले कीट और रोग एवं बचाव के तरीके…)

FAQ

प्रश्न (1) किडनी बींस को हिंदी में क्या कहते हैं? What Are Kidney Beans Called In Hindi?

उत्तर – किडनी बीन्स को हिंदी में राजमा कहते हैं।

प्रश्न (2) राजमा कौन से महीने में लगाया जाता है? In Which Month Rajma Is Grown In Hindi?

उत्तर – आप किडनी बीन्स अर्थात् राजमा के बीजों को फरवरी से मई के महीने में लगा सकते हैं।

प्रश्न (3) राजमा की उपज कितने दिन में प्राप्त हो जाती है? How Long Does Kidney Beans Take To Grow In Hindi?

उत्तर – गमले या ग्रो बैग की मिट्टी में राजमा के बीज लगाने के लगभग 120 से 130 दिनों में फलियाँ परिपक्व हो जाती हैं और तब इन्हें हार्वेस्ट किया जा सकता है।

प्रश्न (4) राजमा के बीज कहाँ से खरीदें?Where To Buy Rajma Seeds In Hindi?

उत्तर – आप अपने नजदीकी बीज भंडार या ऑनलाइन अच्छी क्वालिटी के राजमा के बीज खरीद सकते हैं।

निष्कर्ष – Conclusion

आशा करते हैं कि, इस लेख से आपको घर पर किडनी बीन्स उगाने में मदद मिली होगी। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई हो या इस लेख से सम्बन्धित आपके कोई सवाल या सुझाव हों, तो हमें कमेन्ट करके अवश्य बताएं। गार्डनिंग से रिलेटेड और भी लेख पढ़ने के लिए Organicbazar.net पेज पर जाएं।

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