ग्रो बैग में गार्डनिंग शुरू करने से पहले जानें फायदे और नुकसान – Pros And Cons Of Grow Bag Gardening In Hindi

बदलते जमाने में पेड़ पौधे उगाने के तौर-तरीके भी तेजी से बदल रहे हैं। पहले के समय में ज्यादातर मिट्टी के गमलों में गार्डनिंग की जाती थी, लेकिन वहीं आजकल गार्डनिंग के लिए ग्रो बैग्स (Grow Bags) का उपयोग काफी ज्यादा किया जा रहा है। ग्रो बैग मजबूत पॉलीथिन या फैब्रिक मटेरियल से बने होते हैं। ग्रो बैग्स के प्रयोग से कम जगह में बेहतर तरीके से पौधे उगाए जा सकते हैं और घर की बालकनी या छत पर एक प्यारा सा गार्डन तैयार किया जा सकता है। ऐसा नहीं है कि ग्रो बैग गार्डनिंग के सिर्फ फायदे ही होते हैं, बल्कि इसके कुछ नुकसान भी हैं। आप ग्रो बैग गार्डनिंग शुरू करने से पहले इसके फायदे और नुकसान दोनों के बारे में जान लें, ताकि पौधों की अच्छे से केयर कर पाएं। आइये जानते हैं गार्डन में ग्रो बैग में पौधे उगाने के लाभ और नुकसान की जानकारी।

ग्रो बैग में गार्डनिंग करने के फायदे – Advantages Of Gardening In Grow Bag In Hindi

ग्रो बैग में गार्डनिंग करने के फायदे – Advantages Of Gardening In Grow Bag In Hindi

घर की छत पर या बालकनी में सब्जियों, फूलों, फलों और हर्ब्स को उगाने के लिए ग्रो बैग्स आइडियल होते हैं। आइये जानते हैं ग्रो बैग में पेड़-पौधे उगाने या गार्डनिंग करने के फायदे:

  1. ग्रो बैग की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इनकी मदद से हर छोटी जगह से लेकर बड़ी जगह में गार्डनिंग की जा सकती है।
  2. HDPE, जूट या फैब्रिक मटेरियल से बने होने के कारण ग्रो बैग्स काफी हल्के होते हैं। वजन में हल्के होने के कारण टेरेस गार्डनिंग के लिए ये बेस्ट प्लांटर्स (best planters) होते हैं।
  3. हल्के होने के कारण ग्रो बैग को एक जगह से उठाकर दूसरी जगह रखना काफी आसान होता है।
  4. ग्रो बैग काफी मजबूत होते हैं, जिस वजह से इनमें 5 से 6 साल तक आसानी से गार्डनिंग की जा सकती है।
  5. पौधों की जरूरत के अनुसार ग्रो बैग को धूप या छाँव दोनों जगहों पर रख सकते हैं। तेज धूप में भी ग्रो बैग खराब नहीं होते हैं।
  6. फैब्रिक मटेरियल से बने ग्रो बैग हवादार होते हैं, जिस वजह से उनमें डाला गया पानी चारों तरफ से निकल जाता है। इस तरह इन ग्रो बैग में लगे पौधों में ओवरवाटरिंग की समस्या नहीं हो पाती हैं।
  7. हवादार होने की वजह से फैब्रिक ग्रो बैग (Fabric Grow Bag) में लगे पौधों की जड़ों को चारों तरफ से हवा मिलती रहती है, जिससे पौधे की ग्रोथ अच्छे से होती है।

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ग्रो बैग कहीं भी इस्तेमाल किये जा सकते हैं – Grow Bags Can Be Used Anywhere In Hindi

ग्रो बैग कहीं भी इस्तेमाल किये जा सकते हैं - Grow Bags Can Be Used Anywhere In Hindi

आप HDPE या फैब्रिक ग्रो बैग का उपयोग कर घर की छत, बालकनी और यहाँ तक कि घर या किसी ऑफिस के अंदर भी पौधे उगा सकते हैं। कम जगह में भी इनमें बड़ी आसानी से फल, फूल, सब्जी और हर्ब्स (औषधीय पौधे) की गार्डनिंग की जा सकती है। वजन में हल्के होने के कारण छत पर गार्डनिंग करने के लिए ग्रो बैग ज्यादा बेहतर होते हैं।

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ग्रो बैग आसानी से शिफ्ट किये जा सकते हैं – Grow Bags Are Easier To Shift In Hindi

जूट, फैब्रिक या तिरपाल वाली पॉलीथिन (HDPE) मटेरियल से बने ग्रो बैग काफी हल्के होते हैं। वजन में हल्के होने के कारण ग्रो बैग्स को एक जगह से उठाकर दूसरी जगह आसानी से शिफ्ट (Shift/Move) किया जा सकता है। ग्रो बैग में लगे पौधों को जब भी धूप में रखना हो या छाँव में रखना हो, तो यह काम बड़ी आसानी से किया जा सकता है। ग्रो बैग की मदद से टेरेस गार्डनिंग काफी आसान हो जाती है।

ग्रो बैग में ओवरवाटरिंग की समस्या नहीं होती है – You Can’t Overwater In A Grow Bag In Hindi

grow bags में गार्डनिंग करने का एक फायदा यह भी है कि इनमें ओवरवाटरिंग की समस्या नहीं हो पाती है। फैब्रिक या जूट से बने ग्रो बैग हवादार (Porous) होते हैं, जिस वजह से इनमें पानी डालने पर वह साइड से और नीचे से तेजी से निकल जाता है। इससे मिट्टी नम भी हो जाती है और उसमें पानी भरा भी नहीं रहता है, जिससे ओवरवाटरिंग (Overwatering) या पानी की अधिकता होने से पौधे खराब होने का खतरा टल जाता है। HDPE ग्रो बैग के तल (Bottom) में बने ड्रेन होल से भी पानी आसानी से बाहर निकल जाता है, जिससे उसमें भी ओवरवाटरिंग की समस्या नहीं होती है।

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ग्रो बैग में जड़ों की ग्रोथ अच्छे से होती है – Healthier Root Systems Are Formed In Grow Bags In Hindi

ग्रो बैग में जड़ों की ग्रोथ अच्छे से होती है – Healthier Root Systems Are Formed In Grow Bags In Hindi

फैब्रिक ग्रो बैग में पौधों की जड़ों को चारों तरफ से हवा मिलती रहती है, जिससे उनकी ग्रोथ बहुत अच्छे से होती रहती है। फैब्रिक ग्रो बैग में रूट बाउंड (Root Bound) या रूट सर्कलिंग (Root Circling) की समस्या भी नहीं होती है। मिट्टी, सीमेंट या प्लास्टिक के गमलों में लगे पौधों की जड़ें हवा और पोषक तत्वों की तलाश में आगे बढती हैं और गमलों के कठोर किनारों से टकराती हैं। टकराने के बाद वे जड़ें मुड़ जाती हैं और मिट्टी में एक सर्कल बनाने लग जाती हैं। इसे ही रूट बाउंड कहते हैं। जड़ें उलझने से पौधा मुरझाने लगता है। जबकि फैब्रिक ग्रो बैग में लगे प्लांट की जड़ें जब किनारे से टकराती हैं तब हवा के सम्पर्क में आने के बाद जड़ें आगे बढ़ना बंद कर देती हैं। इसे एयर प्रूनिंग (Air Pruning) कहा जाता है। इसके बाद पौधे में नई और हेल्दी जड़ें बनने लगती हैं।

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ग्रो बैग में गार्डनिंग करने के नुकसान – Disadvantages/Cons Of Grow Bags Gardening In Hindi

Grow Bag में गार्डनिंग करने के कुछ नुकसान भी होते हैं। आइये जानते हैं गार्डनिंग में ग्रो बैग में पेड़-पौधे उगाने के नुकसान के बारे में:

  1. ग्रो बैग में सीमित मात्रा (Limited Soil) में मिट्टी होती है, जिस वजह से इसमें पोषक तत्वों की जल्दी कमी हो जाती है। इसी वजह से जमीन की अपेक्षा ग्रो बैग की मिट्टी में फर्टिलाइजेशन का विशेष ध्यान रखा जाता है।
  2. ग्रो बैग में पानी रुकता नहीं है, इसलिए इनमें आपको ज्यादा बार पानी डालने की जरूरत पड़ सकती है।
  3. ये 5 से 7 साल तक सही से चलते हैं उसके बाद इनकी क्वालिटी व मजबूती कम होने लगती हैं।

ग्रो बैग में पौधों को बार बार पानी देना – Plants In Grow Bags Need More Frequent Watering In Hindi

गार्डनिंग के दौरान ग्रो बैग में पौधे लगाने का एक नुकसान यह भी है, कि इनमें मिट्टी को नम बनाए रखने के लिए जमीन की अपेक्षा बार-बार पानी देना पड़ता है। फैब्रिक मटेरियल से या जूट से बने ग्रो बैग हवादार होते हैं, यानि इनमें बहुत छोटे-छोटे छेद होते हैं। जब भी इन ग्रो बैग की मिट्टी में पानी डाला जाता है तब पानी इन ग्रो बैग के चारों तरफ से और नीचे से बहुत जल्दी बाहर निकल जाता है। चारों तरफ से हवा लगने से मिट्टी जल्दी सूख जाती है, जिस वजह से पौधों को बार-बार पानी देना पड़ता है।

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ग्रो बैग में पौधों को अधिक बार खाद और उर्वरक देना – Grow Bag Plants Need More Frequent Fertilization In Hindi

ग्रो बैग में पौधों को अधिक बार खाद और उर्वरक देना - Grow Bag Plants Need More Frequent Fertilization In Hindi

HDPE, फैब्रिक (Fabric) या अन्य ग्रो बैग में सीमित मात्रा में मिट्टी बनती है। इस मिट्टी में मौजूद पोषक तत्व पौधे द्वारा ले लिए जाते हैं और कुछ बार-बार पानी देने के कारण बह जाते हैं। इसी वजह से पोषक तत्वों की पूर्ती करने के लिए ग्रो बैग में लगे पौधों में अधिक बार फर्टिलाइजर डालने की जरूरत पड़ती है।

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ऑनलाइन ग्रो बैग कहाँ से खरीदें – Where To Buy Grow Bags Online In Hindi

ऑनलाइन ग्रो बैग कहाँ से खरीदें - Where To Buy Grow Bags Online In Hindi

ग्रो बैग के फायदों और नुकसान को अच्छे से समझने के बाद यदि आप ग्रो बैग को खरीदना चाहते हैं, तो आप इन्हें Organicbazar.Net साईट से खरीद सकते हैं। यहाँ आपको छोटे से लेकर बड़े साइज के HDPE और जियो फैब्रिक ग्रो बैग (Fabric Grow Bag) आसानी से मिल जायेंगे।

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ग्रो बैग में गार्डनिंग करने के फायदे और नुकसान (Grow Bag Pros And Cons) को अच्छी तरह से समझने के बाद आप पायेंगे, कि इसके अधिकांशतः लाभ हैं, जो ग्रो बैग्स को गार्डनिंग के लिए बेस्ट प्लांटर्स बनाते हैं। यह लेख अगर आपको यूजफुल लगा हो, तो इसे शेयर जरूर करें। अगर इस आर्टिकल में दी गयी जानकारी के बारे में आप हमें कोई सुझाव देना चाहते हैं या कोई सवाल पूछना चाहते हैं तो उसे कमेन्ट कर सकते हैं।

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