आउटडोर प्लांट्स की देखभाल कैसे करें – How to take care of outdoor plants In Hindi

घर के गार्डन या आँगन में लगाये हुए आउटडोर पौधों की सही तरीके से देखभाल न होने के कारण ये सूखने या मुरझाने लगते हैं। जिससे हमारे गार्डन की सुन्दरता कम होने लगती है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आप गार्डन में लगे हुए आउटडोर प्लांट्स की देखभाल कैसे करें, जिससे पौधे स्वस्थ बने रहें और आपका गार्डन हमेशा सुन्दर व हरा भरा बना रहे। आइये जानते हैं घर के बाहर लगे पौधों की देखभाल के लिए कुछ खास टिप्स के बारे में।

आउटडोर प्लांट्स केयर टिप्स – Outdoor plants care tips in Hindi

घर के बाहर उगाएं गए पौधों को हरा-भरा और स्वस्थ रखने के लिए आप निम्न देखभाल संबंधी उपाय अपना सकते हैं, जैसे:

  • आउटडोर प्लांट्स को उचित जहग पर लगाएं।
  • आउटडोर पौधों को उचित प्रकाश या धूप में रखें।
  • जरूरत के अनुसार आउटडोर प्लांट को पानी दें।
  • आउटडोर प्लांट्स के लिए उचित खाद और उर्वरक समय-समय देते रहें।
  • पौधों की समय-समय पर छंटाई करते रहें।
  • पौधों के पास उगने वाली खरपतवार को हटाएं।

(और पढ़ें: आउटडोर प्लांट्स को कीड़ों से बचाने के लिए टिप्स…)

आउटडोर प्लांट्स को सही जगह पर लगाएं – Grow outdoor plants in the right place in Hindi

कई बार हम पौधों को ऐसी जगह पर लगा देते हैं जिससे पौधे की ग्रोथ पर असर पड़ता है। ऐसा कई कारणों से हो सकता है जिनमें से एक है पौधे को सही मात्रा में धूप न मिल पाना। आप पौधे को उसकी जरूरतों के अनुसार परखें तथा उसे लगाने के लिए उचित जगह का चुनाव करें। इसके लिए आप सुनिश्चित करें कि:

  • पौधे को कितने समय तक धूप की जरुरत पड़ती है।
  • पौधे के लिए कितनी नमी की जरुरत है।
  • जहाँ आप पौधा लगा रहें हैं वहां की मिट्टी जरूरत के अनुसार ज्यादा गीली या सूखी तो नहीं।

आउटडोर पौधों को उचित सूर्य प्रकाश में रखें – Keep Outdoor Plants in Proper Sunlight in Hindi

हम गार्डन में अनेक प्रकार के फल व सब्जियों के पौधे लगाते हैं। हमें यह ध्यान रखना है कि पौधों को उनकी जरूरत के अनुसार रोशनी मिले। हर आउटडोर पौधे की ग्रोथ के लिए धूप की जरूरत होती है पर प्रत्येक प्रकार के पौधे को इसकी जरूरत अलग-अलग हो सकती है। सनलाइट कम या ज्यादा मिलने के कारण पौधा ख़राब हो सकता है। इसके लिए –
• यह पता करें कि आपके पौधे को कितने घंटे धूप की जरूरत है।
• सही धूप न मिलने की स्थिति में पौधे की जगह बदल दें। जिससे उसे जरूरत के अनुसार धूप मिल सके।

पौधों को भरपूर पानी देना सुनिश्चित करें – Make sure plant is getting plenty of water in Hindi

पौधों को भरपूर पानी देना सुनिश्चित करें - Make sure plant is getting plenty of water in Hindi

 

आउटडोर प्लांटिंग में नेचुरल एलिमेंट्स और एनवायरमेंट का योगदान भी रहता है। जिसकी वजह से पौधे को कितनी मात्रा में पानी की जरूरत है यह आपके स्थान के वातावरण और मिट्टी पर निर्भर करता है। आउटडोर प्लांट्स की अच्छी ग्रोथ के लिए नमी की जरूरत होती है, इसीलिए पानी का बैलेंस बनाए रखें। जरूरत से ज्यादा पानी देने पर पौधों की जड़ें सड़ने लगती हैं, वहीं कम पानी से पौधे सूखकर नष्ट हो सकते हैं। यह पता करें कि आपके पौधे को कितनी मात्रा में पानी की आवश्यकता है। ध्यान रखें कि –

  • कुछ पौधों को ज्यादा पानी की जरुरत होती है, वहीं कुछ पौधे कम पानी में बढ़ते हैं।
  • जरूरत से ज्यादा या कम पानी पौधे को ख़राब कर सकता है।

आउटडोर पौधों को करें फर्टिलाइज – Fertilize outdoor plants in Hindi

इनडोर प्लांट्स के मुकाबले आउटडोर प्लांट्स को अपने आसपास के वातावरण से बेहतर न्यूट्रीएंट्स मिल जाते हैं, जिनके कारण हमें पौधों को कम खाद देने की जरूरत होती है। अपने पौधे को महीने में एक बार फर्टिलाइज जरूर करें। पौधे की नेचुरल ग्रोथ के लिए आप कोई भी ऑर्गेनिक खाद का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए नाइट्रोजन युक्त खाद या मस्टर्ड केक का उपयोग किया जा सकता है। फर्टिलाइजेशन के समय ध्यान रखें –

  • खाद को मिट्टी के ऊपर डालने के बाद ऐंसे ही न छोड़ें।
  • मिट्टी की गुड़ाई जरुर करें, ताकि खाद मिट्टी में अच्छे से मिल जाये और मिट्टी को सारे जरूरी न्यूट्रिशन प्राप्त हो जाएं।

(और पढ़ें: पौधों को मरने से कैसे बचाएं…)

गार्डन से खरपतवार को दूर करें – Remove weed of your garden regularly in Hindi

गार्डन से खरपतवार को दूर करें – Remove weed of your garden regularly in Hindi

आपके गार्डन में बढ़ती हुई खरपतवार आपके गार्डन की सुन्दरता को तो कम करती ही है, साथ ही साथ यह आपके पौधों को भी नुकसान पहुंचा सकती है। क्योंकि खरपतवार आपके गार्डन की मिट्टी में से उन पोषक तत्वों को ले लेती है, जो आपके पौधों के द्वारा इस्तेमाल किया जा सकते थे। ये न केवल देखने में बेकार लगती है बल्कि ज्यादा स्पेस भी कवर करती है। खरपतवार निकालने के लिए आप उसके तने को जड़ के पास से पकड़ें और झटके से खींचकर निकाल लें ऐंसा करना उसे जड़ से निकाल सकता है। ध्यान रखें कि –

  • खरपतवार को जड़ से निकालने की कोशिश करें। जिससे आपके पौधों को भविष्य में कोई नुकसान न हो।
  • खरपतवार दूर करने के लिए आप ध्यानपूर्वक खरपतवार किलर्स का इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन यह आपके आसपास के पौधों को भी नुकसान पहुंचा सकता है।

आउटडोर पौधों की करें छंटाई – Prune outdoor plants in Hindi

आउटडोर पौधों की करें छंटाई - Prune outdoor plants in Hindi

पौधों की बीमारी को अगर समय रहते रोका न जाये तो ये बहुत तेज़ी से आपके पूरे गार्डन में फैलकर आपके बाकी पौधों को भी नुकसान पहुंचा सकती हैं। पौधे की पत्तियों का सूखना, मुरझाना या पीला पड़ना किसी भी बीमारी का संकेत हो सकता है। जब भी कभी आप पौधे के किसी भी अंग को पीला, सूखा, मुरझाया हुआ या बीमार पायें, तो आप कैंची की हेल्प से उस शाखा को काटकर तुरंत अलग कर दें। ऐसा करना आपके बाकी के पौधों को सुरक्षित रखेगा। ध्यान रखें कि –

  • पौधों पर पीली पत्तियाँ ज्यादा दिनों तक न रहने दें।
  • पौधे की सूखी हुई शाखाओं को काटकर अलग कर दें।
  • पौधों की समय-समय पर कटाई-छंटाई करते रहें।

और पढ़ें: गार्डनिंग टूल्स और उनके उपयोग की जानकारी…)

गार्डन में मल्च बिछाएं – Add Mulch to the Garden in Hindi

गार्डन में मल्च बिछाएं - Add Mulch to the Garden in Hindi

मल्चिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जो गार्डन में अपनाई जाती है जिससे गार्डन स्वस्थ बना रहता है। मल्च एक प्रकार की ऑर्गेनिक कम्पोस्ट है जो खरपतवार को रोकने व नमी बनाये रखने के लिए मिट्टी के ऊपर डाली जाती है। गार्डन में मल्च जोड़ने से समय के साथ इसके मिक्स होने पर मिट्टी में न्यूट्रीशन भी एड हो जाते हैं जिससे पौधों को बढ़ने में मदद मिलती है। आप अपने गार्डन के ऊपर मल्च की 2.5 से 5 cm मोटी परत बिछाएं। ध्यान रखें कि –

  • आप अपने पौधे के बेस को मल्च से न ढंके ये आपके पौधे की ग्रोथ को रोक सकता है।
  • आप मल्च की बजाय ऑर्गेनिक कम्पोस्ट का यूज़ कर सकते हैं, लेकिन कम्पोस्ट खरपतवार को बढ़ने से नहीं रोकता।
  • परमानेंट प्लांटिंग के लिए आप लैंडस्केप फैब्रिक भी बिछा सकते हैं, जो कि खरपतवार को हमेशा के लिए खत्म कर देगा।

पौधों की हफ्ते में 2-3 बार करें जाँच – Check outdoor plants in 2-3 times a week in Hindi

पौधों की हफ्ते में 2-3 बार करें जाँच - Check outdoor plants in 2-3 times a week in Hindi

होम गार्डन में लगे पौधों को किसी भी प्रकार की समस्या से बचाने के लिए हफ्ते में 2-3 बार अच्छी तरह चेक कर लें। ऐसा करना आपके गार्डन को हमेशा स्वस्थ रख सकता है। क्योंकि समय पर चेकिंग से पौधों में होने वाली किसी भी समस्या या बीमारी को रोकने में मदद मिल सकती है। साथ ही आप अपने पौधे की हर जरूरत को पूरा कर पाएँगे, चाहे वह पानी हो या धूप या फिर खरपतवार से जुड़ी समस्या। इसके आलावा समय-समय पर पौधों की जाँच करने से आप उनकी बेहतर ग्रोथ कर पाएँगे। ध्यान रखें कि –

  • किसी भी पौधे की जड़े सूख न पायें। मिट्टी में नमी बनी रहे।
  • पौधों को जरूरत के अनुसार धूप मिलती रहे।
  • खरपतवार गार्डन में फ़ैल न पाए।
  • अधिक गर्मी होने पर मल्च एड करें।
  • पौधों को समय पर खाद दें।
  • पौधा बीमार पाए जाने पर उचित उपचार किया जाना चाहिए।

(और पढ़ें: पूरे साल हर मौसम में खिलने वाले इन फूलों से महकाएं अपना गार्डन….)

निष्कर्ष – Conclusion

इस लेख में हमने जाना कि हम घर के बाहर लगाये हुए पौधों की देखभाल कैसे करें। तथा एक स्वस्थ और हरा भरा गार्डन कैसे बनाएं रखें।

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