गमले की मिट्टी में नमी की जांच करने के घरेलू तरीके – How To Test Moisture With The Soil Finger Test In Hindi 

ओवरवाटरिंग किसी भी पौधे के मरने का सबसे बड़ा कारण है। कई बार ऐसा होता है, कि हमें मिट्टी की ऊपरी सतह तो सूखी दिखाई देती है, लेकिन वह अंदर से बहुत गीली होती है, तब इस स्थिति में हम पौधों को जरूरत न होने के बाबजूद भी लगातार पानी देते रहते हैं, जिससे ओवरवाटरिंग की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। चूँकि पानी की अधिकता अर्थात ओवरवाटरिंग पौधों में कई समस्याओं जैसे- जड़ों का सड़ना, पत्तियों का झड़ना, रोग और कीट लगना इत्यादि का कारण बनती है, इसलिए पौधों को पानी देते समय नमी की जांच करना बहुत जरूरी होता है। आज हम आपको मिट्टी में नमी की जाँच करने के घरेलू तरीके के बारे में बताएंगे, जिससे आप पानी देने से पहले मिट्टी की जांच कर पाएं और पौधों को ओवरवाटरिंग से बचा पाएं।

सॉइल फिंगर टेस्ट क्या है, गमले की मिट्टी में नमी का परीक्षण या जांच कैसे करें, या घर पर मिट्टी की जांच कैसे करें, जानने के लिए लेख पूरा पढ़ें। (How To Check Soil Moisture By Hand In Hindi)

गमले की मिट्टी में नमी की जांच कैसे करें – How To Check Soil Moisture In Potted Plants In Hindi 

सॉइल मीटर टेस्ट के अतिरिक्त मिट्टी का परीक्षण करने के कुछ घरेलू तरीके हैं। आप मिट्टी की जांच कुछ गार्डनिंग टूल्स जैसे- खुरपा, ट्रॉवेल आदि की मदद से कर सकते हैं या फिर सॉइल फिंगर टेस्ट से भी मिट्टी की नमी का पता लगा सकते हैं।

(और पढ़ें: पौधों में ओवरवाटरिंग के लक्षण व बचाने के तरीके….)

सॉइल फिंगर टेस्ट क्या है – What Is Soil Finger Test In Hindi

यह गमले की मिट्टी की जांच करने का सबसे आसान तरीका है। सॉइल फिंगर टेस्ट में अपनी उंगली को मिट्टी में अन्दर डालकर नमी की जांच की जाती है या फिर आप मिट्टी को मुट्ठी में भरकर भी मिट्टी में नमी का पता लगा सकते हैं। इस विधि से आप मिट्टी में पानी की कमी और अधिकता दोनों का पता लगा सकते हैं।

आइये अब जानते हैं- घर पर मिट्टी की नमी की जांच कैसे करें?

मिट्टी की नमी की जाँच करने की विधि – Soil Moisture Measurement Methods In Hindi 

मिट्टी की नमी की जाँच करने की विधि - Soil Moisture Measurement Methods In Hindi 

बिना सॉइल टेस्टिंग मीटर के मिट्टी की नमी की जांच करने की प्रमुख 2 विधियाँ हैं, जिनके बारे में हम आपको आगे बतायेंगे। मिट्टी में नमी का परीक्षण करने की घरेलू विधियाँ निम्न हैं:-

विधि No.1 :-

  • सबसे पहले जांच करने के लिए पौधे के आसपास एक स्थान चुनें। ध्यान रहे, पौधे की जड़ों के आसपास ही मिट्टी की जाँच करना है।
  • अब अपनी तर्जनी उंगली को आधा मिट्टी में लगभग 2 इंच की गहराई तक डुबाने की कोशिश करें।
  • यदि आसानी से उंगली मिट्टी के अंदर नहीं जाती है, तो इसका मतलब है, कि मिट्टी बहुत अधिक सूखी और कॉम्पेक्ट है, इस स्थिति में आपको मिट्टी को गुड़ाई करनी होगी और पौधे को नियमित कई दिनों तक पानी देना होगा।
  • यदि उंगली मिट्टी के अन्दर चली जाती है, तो उसे मिट्टी से बाहर निकालें और जांच करें, कि उसमें कितनी मिट्टी लगी हुई है।
  • अगर उंगली में बहुत सारी गीली मिट्टी चिपकी हुई है, तो इसका अर्थ है, कि मिट्टी में पर्याप्त पानी है, इस स्थिति में मिट्टी में पानी डालने से पहले सूखने का समय दें।
  • इस पूरी प्रक्रिया के दौरान यदि आपकी उंगली मिट्टी में आसानी से चली जाती है और बाहर निकालने पर उसमें मिट्टी नहीं चिपकती है, तो इसका मतलब है, मिट्टी में पर्याप्त नमी है।

आप इस पूरी प्रक्रिया में किसी गार्डनिंग टूल की हेल्प ले सकते हैं और नमी की जाँच कर सकते हैं।

(और पढ़ें: घर पर करें मिट्टी के पीएच की जांच, वो भी बिना टेस्ट किट के…)

विधि No.2 :- 

इस विधि से आप छोटे प्लांटर्स की मिट्टी की जांच कर सकते हैं:-

  • सबसे पहले गमले की लगभग दो इंच गहरी मिट्टी को खोदें
  • अब आप उस मिट्टी को अपनी तर्जनी उंगली और अंगूठे के बीच चुटकी में लें या फिर आप मिट्टी को मुट्ठी में भरकर भी देख सकते हैं।
  • यदि मिट्टी अधिक गीली महसूस होती है या लुगदी बन जाती है और आपके हाथों में चिपक जाती है, तो इसका मतलब है, कि उसमें पानी की मात्रा अधिक है, अतः मिट्टी को सूखने दें।
  • इसके विपरीत यदि मिट्टी सूखी हुई है, तो इसे पानी की आवश्यकता है।
  • यदि मुट्ठी बंद करने पर मिट्टी इकट्ठी हो जाती है, लेकिन जब आप इस बंधी हुई मिट्टी को तोड़ते हैं, तो यह आसानी से बिखर जाती है, तो इसका अर्थ है कि मिट्टी अच्छी है तथा उसमें पर्याप्त नमी है।

(और पढ़ें: ऐसे करें अपने घर पर अच्छी और उपजाऊ मिट्टी की जांच…)

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इस लेख में आपने जाना, सॉइल फिंगर टेस्ट क्या है, घर पर गमले की मिट्टी में नमी की जांच या परीक्षण कैसे करें, जाँच करने की विधि या घरेलू तरीके के बारे में। यदि आपको हमारा लेख अच्छा लगा हो, तो इसे शेयर करें तथा लेख से सबंधित आपके सुझाव हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

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