जानिए गमले में सुंदर पत्तियों वाला कोलियस प्लांट कैसे उगाएं – How To Grow Coleus In Pots In Hindi

आजकल गार्डन को सजाने के लिए डेकोरेटिव प्लांट्स काफी ट्रेंड में हैं, यह पौधे न सिर्फ घर को सुंदर बनाते हैं, बल्कि पॉजिटिव एनर्जी भी देते हैं। आज हम बात करेंगे, ऐसे ही एक प्लांट कोलियस की। यह खूबसूरत पत्तियों वाला शो प्लांट है, हालाँकि इस पौधे में फूल भी होते हैं, लेकिन इसे इसकी अलग पैटर्न वाली आकर्षक पत्तियों के लिए उगाया जाता है। यह पत्तियां गुलाबी से गहरे मैरून तथा मिश्रित रंगों में होती हैं। यदि आप अपने गार्डन में डेकोरेटिव प्लांट लगाना चाहते हैं, तो तेजी से ग्रोथ करने वाला यह पौधा आपके गार्डन के लिए एक बेहतरीन विकल्प है। गमले में कोलियस का पौधा कब और कैसे लगाएं/उगाएं, इस पौधे के बीज लगाने की विधि तथा प्लांट की देखभाल कैसे करें, के बारे में जानने के लिए यह लेख पूरा पढ़ें।

कोलियस का पौधा उगाने संबंधी जानकारी – Information Related To Growing Coleus Plant In Hindi

कोलियस का पौधा उगाने संबंधी जानकारी - Information Related To Growing Coleus Plant In Hindi

गमले में कोलियस प्लांट उगाने के लिए निम्न जानकारी होनी आवश्यक है:-

  • वानस्पतिक नाम – Coleus Scutellarioides
  • सामान्य नाम – painted nettle, कोलियस
  • पौधे का प्रकार – वार्षिक या अल्पकालिक बारहमासी पौधा
  • लगाने का बेस्ट समय – फरवरी से अप्रैल माह
  • लगाने की विधि – कटिंग द्वारा, बीज द्वारा
  • सीड जर्मिनेशन टेम्परेचर – 23 से 26 डिग्री सेल्सियस
  • सूर्य प्रकाश – 6 से 7 घंटे की धूप
  • बेस्ट सॉइल – नमीयुक्त, बेहतर एयरेशन तथा ड्रेनेज वाली सॉइल

कोलियस का पौधा कब लगाएं – When To Plant Coleus At Home In Hindi

यह गर्म तापमान को पसंद करने वाला पौधा है, अतः इसे गार्डन में लगाने का सबसे अच्छा समय वसंत ऋतु (फरवरी से अप्रैल माह) का होता है। हालाँकि आप इसके बीजों को जनवरी के महीने में इनडोर जर्मिनेट कर सकते हैं तथा मौसम गर्म हो जाने पर बाहर गमले या ग्रो बैग में ट्रांसप्लांट कर सकते हैं।

(और पढ़ें: फरवरी में लगाए जाने वाले फूल…)

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कोलियस फ्लावर प्लांट लगाने के लिए आवश्यक सामग्री – Material Required For Planting Coleus Plant In Hindi

कोलियस फ्लावर प्लांट लगाने के लिए आवश्यक सामग्री - Material Required For Planting Coleus Plant In Hindi

कोलियस के बीज या कटिंग (Coleus Seeds Or Cutting) – कोलियस का पौधा लगाने के 2 प्रमुख तरीके है- बीज द्वारा और कटिंग द्वारा। इसलिए आपको इसे लगाने के लिए या तो अच्छी क्वालिटी के बीज की आवश्यकता होगी या फिर कटिंग लेने के लिए पुराने पौधे की। आप इसे नर्सरी से छोटा पौधा लाकर भी लगा सकते हैं।

गमला या ग्रो बैग (Pot Or Grow Bag) – इस पौधे को लगाने के लिए आपको ऐसे पॉट की जरूरत होगी, जो लगभग 9 इंच चौड़ा और गहराई वाला हो। आप इसे लगाने के लिए निम्न साइज़ के गमले या ग्रो बैग खरीद सकते हैं:-

(और पढ़ें: पत्तेदार सब्जी, हर्ब्स और फूलों के पौधे उगाने के लिए बेस्ट ग्रो बैग्स…)

मिट्टी (Soil) – गमला चुनने के बाद आपको पौधे लगाने के लिए एक अच्छे पॉटिंग मिक्स की जरूरत होगी। यह पौधा नम, बेहतर जल निकासी तथा एयरेशन वाली उपजाऊ मिट्टी में उगना पसंद करता है, अतः आप सामान्य मिट्टी में रेत, जैविक खाद (गोबर खाद, वर्मीकम्पोस्ट, मस्टर्ड केक), कोको पीट और पर्लाइट मिलाकर पॉटिंग मिक्स तैयार कर सकते हैं।

या फिर आप रेडीमेड पॉटिंग सॉइल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

वाटर कैन या पंप (Water Can) – कोलियस के बीज लगाने के बाद आपको पानी देने के लिए वाटर कैन या स्प्रे पंप की आवश्यकता होगी।

आइए अब जानते हैं- गमले में कोलियस का पौधा कैसे लगाएं?

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गमले में कोलियस प्लांट कैसे लगाएं – How To Grow Coleus From Seeds In Hindi

गार्डन में या घर पर गमले में कोलियस प्लांट लगाने के दो प्रमुख तरीके हैं- बीज द्वारा और कटिंग द्वारा। यदि आपके पास पुराना पौधा है, तो आप कटिंग से लगा सकते हैं, लेकिन यदि पौधा नहीं है, तो आपको इसके बीज लगाने होंगे। आइये जानते हैं- गमले में कोलियस के बीज लगाने की विधि, जो कि निम्न हैं:-

  • सबसे पहले सीडलिंग ट्रे में पॉटिंग सॉइल मिक्स भरें तथा उसे नम बनाएं।
  • अब ट्रे के प्रत्येक सेल में कोलियस के बीज फैलाएं तथा मिट्टी की हल्की परत से ढक दें।
  • इसके बाद ट्रे को पानी दें, तथा अप्रत्यक्ष सूर्यप्रकाश या गर्म स्थान में रखें।
  • आदर्श तापमान 23 से 26 डिग्री सेल्सियस के बीच होने पर, यह बीज लगभग 12 से 21 दिनों में अंकुरित हो सकते हैं।
  • जब पौधे की लंबाई लगभग 4 से 6 इंच की हो जाए, तथा उसमें पत्तियों का नया सेट तैयार हो जाए, तब आप 1 सप्ताह के लिए सीडलिंग को प्रतिदिन 2 से 4 घंटे की धूप दिखाकर हार्ड करें।
  • इसके बाद आप कोलियस की सीडलिंग को गार्डन या गमले की मिट्टी में ट्रांसप्लांट कर सकते हैं।

(और पढ़ें: कोकोपीट कॉइंस का उपयोग कर कैसे करें बीज अंकुरित…)

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कोलियस प्लांट की देखभाल कैसे करें – How To Take Care Of Coleus Plant In Hindi

सुंदर पत्तियों वाले कोलियस प्लांट के बीज उगाने के बाद, आइये जानते हैं- अच्छी ग्रोथ तथा आकर्षक आकार देने के लिए पौधे की देखभाल कैसे करनी चाहिए? कोलियस प्लांट की देखभाल करने के लिये आप निम्न बातों का ध्यान रखें:

पानी – Water For Growing Coleus Plant In Hindi

गमले में लगाए गये कोलियस के पौधे को गर्म मौसम में दिन में एक से अधिक बार पानी देने की आवश्यकता पड़ सकती है। यदि आपने इस पौधे को इनडोर लगाया है, तो जब मिट्टी की ऊपरी सतह सूखी हुई दिखने लगे, तब पौधे को पानी देना उचित है। लेकिन ध्यान रहे, लम्बे समय तक सूखी हुई मिट्टी से पौधे की ग्रोथ रुक सकती है।

(और पढ़ें: यह संकेत बताएंगे, पौधों को नहीं मिल रहा पर्याप्त पानी…)

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धूप – Sunlight For Growing Coleus Plant In Hindi

यह पौधा 4 से 6 घंटे की धूप मिलने पर अच्छी तरह बढ़ता है, यदि आप इसे पूरे दिन धूप में रखते हैं, तो इससे पत्तियां झुलस सकती हैं तथा उनका रंग फीका पड़ सकता है, लेकिन इसके विपरीत बहुत कम प्रकाश से इस पौधे की ग्रोथ भी रुक सकती है।

(और पढ़ें: बिना धूप में उगने वाले टॉप 12 इंडोर प्लांट्स…)

तापमान – Coleus Plant Growing Temperature In Hindi

यह पौधा ठंड के प्रति संवेदनशील होता है, जिसे गर्मियों में न्यूनतम 15 डिग्री सेल्सियस के ऊपर तथा सर्दियों में 10 डिग्री सेल्सियस के ऊपर तापमान की आवश्यकता होती है। कोलियस के पौधे के लिए 18-30 डिग्री सेल्सियस तापमान बेस्ट होता है।

खाद व उर्वरक – Fertilizer For Growing Coleus Plant In Hindi

खाद व उर्वरक - Fertilizer For Growing Coleus Plant In Hindi

कोलियस के पौधे में पत्तियों की अच्छी वृद्धि तथा रंग को बढ़ावा देने के लिए महीने में एक बार नाइट्रोजन युक्त तरल उर्वरक जैसे बायो NPK, प्लांट ग्रोथ प्रमोटर, सीवीड फर्टिलाइजर, नीम केक आदि दे सकते हैं।

(और पढ़ें: फूल वाले पौधों के लिए खाद तथा सबसे अच्छे उर्वरक…)

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कीट व रोग – Insect And Diseases Of Coleus Plant In Hindi

कुछ कीट जैसे- एफिड्स, माइलबग्स और स्पाइडर माइट्स आदि कोलियस फूल के पौधे की वृद्धि को प्रभावित करते हैं, इन कीटों से पौधे को बचाने के लिए जैविक कीटनाशक साबुन और अन्य ऑर्गेनिक पेस्टिसाइड का स्प्रे करें।

कोलियस प्लांट कुछ फंगल रोग जैसे- पाउडरी मिल्ड्यू, डाउनी मिल्ड्यू आदि से संक्रमित हो सकता है। पौधे में यह रोग मौसम में परिवर्तन तथा नमी के स्तर में बदलाव के कारण होते हैं, अतः पौधे की नियमित रूप से जाँच करें तथा किसी रोग या बीमारी के लक्षण दिखाई देने पर नीम ऑयल का स्प्रे करें।

(और पढ़ें: हाउस प्लांट में लगने वाले कीट और उनकी रोकथाम…)

प्रूनिंग – Pruning Of Coleus Plant In Hindi

कोलियस के पौधे को सुंदर बनाने तथा अच्छा आकार देने के लिए आप पौधे की प्रूनिंग कर सकते हैं, इसके अलावा यदि आप पौधे को घना (Bushy) बनाना चाहते हैं, तो पौधे की नई ग्रोथ को पिंच करें, जिससे पत्तियों की ग्रोथ अधिक होगी।

जैसा की ऊपर बताया गया है, कि इस पौधे को इसकी सुंदर पत्तियों के लिए लगाया जाता है, इसलिए फूल खिलने पर उन्हें काट कर हटा दें, नहीं तो पौधा अपनी सारी ऊर्जा बीज बनाने में लगा देगा, जिससे उसकी ग्रोथ रुक जायेगी।

(और पढ़ें: जानें पौधे की अच्छी ग्रोथ के लिए प्रूनिंग करने का सही समय…)

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इस लेख में आपने जाना, कि गमले में कोलियस का पौधा कब और कैसे लगाएं, इस पौधे के बीज लगाने की विधि तथा इस शो प्लांट की देखभाल कैसे करें? उम्मीद है यह लेख आपको अच्छा लगा होगा, इस लेख से सम्बंधित आपके सवाल और सुझाव हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

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