घर पर एस्टर के फूल कैसे उगाएं – How To Grow Aster Plant At Home In Hindi

यदि आप एस्टर के सुन्दर डेज़ी जैसे फूलों को अपने घर पर उगाना चाहते हैं, तो आप यह जान लें कि एस्टर जिसे ‘माइकल मास डेज़ी’ (Michael Mas Daisy) के नाम से भी जाना जाता है, यह बारहमासी फूल का पौधा है, जिसके फूल स्टार के आकार के होते हैं। जब गर्मियों में गार्डन के सारे फूल मुरझा जाते हैं, तब ये एस्टर के फूल हमारे गार्डन में पोलिनेटर्स को आकर्षित करते हैं। पोलिनेटर्स को लम्बे समय तक होम गार्डन में आकर्षित करने के लिए एस्टर के सजावटी फूल के पौधे को लोग अपने घर पर लगाना काफी पसंद करते हैं।

यदि आप भी इस सुन्दर फूल के पौधे को अपने गार्डन या घर पर उगाना चाहते हैं, तो इस आर्टिकल में आप जानेंगे कि घर पर एस्टर का पौधा कैसे लगाएं, बीज लगाने का सही समय क्या है और एस्टर के फूलों की देखभाल कैसे करें? घर पर एस्टर के बीज उगाने की सम्पूर्ण विधि जानने के लिए इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।

एस्टर फूल का पौधा उगाने की जानकारी – Information Of Aster Flower Plant In Hindi

  • फैमिली – एस्टरेसिया (Asteraceae)
  • पौधे का प्रकार – बारहमासी फूल का पौधा (perennial flowering plants)
  • बुवाई का समय – जनवरी–फरवरी
  • बीज अंकुरण का समय – 8-10 दिन
  • पौधे की ऊंचाई – लगभग 1-4 फीट
  • सूर्य का प्रकाश – पूर्ण सूर्य या आंशिक छाया
  • फूल खिलने का समय – गर्मी और बारिश
  • फूल का रंग – नीला, पर्पल और गुलाबी रंग

घर पर एस्टर के फूल उगाने के लिए आवश्यक चीजें – Things Needed For Growing Aster Flowers At Home In Hindi

एस्टर के फूल उगाने के लिए आपको सबसे पहले अच्छी किस्म के बीजों को चुनकर उन बीजों को उचित ग्रो बैग या पॉट में लगाना होगा। इस पौधे को लगाने के लिए आपको निम्न चीजों की आवश्यकता होगी, जैसे:

  • अच्छी किस्म के एस्टर फ्लावर सीड्स
  • सीडलिंग ट्रे या ग्रो बैग
  • पॉटिंग सॉइल या पॉटिंग मिक्स
  • वाटर कैन
  • जैविक खाद या उर्वरक
  • गार्डनिंग टूल्स

एस्टर के फूल कब लगाएं – When To Plant Aster Flower Plant In Hindi

गमले या गार्डन में लगे एस्टर के फूल गर्मी से लेकर अंतिम बारिश के मौसम तक खिलते हैं। एस्टर का पौधा एक मध्यम तापमान वाला पौधा है, जो गर्म जलवायु में अच्छी तरह वृद्धि करता है, इसलिए इस पौधे के बीज को बसंत के मौसम में लगाया जाता है। सर्दियों के समय इस फ्लावर प्लांट को अपने घरों के अन्दर लगाया जा सकता है। एस्टर फूल के पौधे लगाने का सबसे अच्छा समय जनवरी से फरवरी महीने के बीच का होता है।

घर पर एस्टर प्लांट उगाने के लिए गमला या ग्रो बैग – Pot Size For Planting Aster Plant At Home In Hindi

घर पर एस्टर प्लांट उगाने के लिए गमला या ग्रो बैग – Pot Size For Planting Aster Plant At Home In Hindi

गार्डन की मिट्टी में लगा एस्टर के फूल का पौधा 1 से 4 फीट की लम्बाई तक बढ़ सकता है, इसलिए इस पौधे को मध्यम आकार के पॉट में आसानी से लगाया जा सकता है। घर पर एस्टर फ्लावर प्लांट को लगाने के लिए 8 से 10 इंच का पॉट या ग्रो बैग लेना उचित रहेगा। गमला या ग्रो बैग लेते समय यह ध्यान रखें, कि उसमें जल निकासी के लिए पर्याप्त छिद्र हों। एस्टर का पौधा लगाने के आप निम्न साइज़ के गमले या ग्रो बैग का उपयोग कर सकते हैं:

  • 9 x 9 इंच (चौड़ाई x ऊँचाई)
  • 12×12 इंच (चौड़ाई x ऊँचाई)
  • 15×12 इंच (चौड़ाई x ऊँचाई)

(यह भी जानें: गार्डन में फैब्रिक ग्रो बैग्स का उपयोग, जानें कैसे लगाएं पौधे…)

एस्टर फ्लावर प्लांट लगाने के लिए मिट्टी – Best Soil for Planting Aster Flower Plant In Hindi

एस्टर फ्लावर प्लांट लगाने के लिए मिट्टी – Best Soil for Planting Aster Flower Plant In Hindi

एस्टर फ्लावर का पौधा नम, हल्की और दोमट मिट्टी में अच्छी तरह ग्रो करता है। यह पौधा अच्छी जल निकासी वाली और थोड़ी अम्लीय (जिसका ph 5.5-6.6 हो) मिट्टी फायदेमंद होती है, क्योंकि अधिक गीली मिट्टी में पौधे की जड़ें सड़ जाएगी और ज्यादा सूखी रेतीली मिट्टी में ये पौधे मुरझा सकते हैं। यदि आपके पास एस्टर फ्लावर को उगाने के लिए अच्छी मिट्टी नहीं है, तो आप सामान्य मिट्टी में कुछ मात्रा में जैविक खाद, कोकोपीट और वर्मी कम्पोस्ट मिलाकर उपजाऊ मिट्टी तैयार कर सकते हैं।

(यह भी जानें: पौधे की ग्रोथ के लिए अच्छी मिट्टी…)

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आइए आगे जानते हैं कि घर पर एस्टर फूल के बीज कैसे लगाएं:

एस्टर फूल के बीज कैसे उगाएं – How To Grow Aster Plant From Seed In Hindi

यदि आप यह जानना चाहते हैं, कि बीज से एस्टर फूल का पौधा कैसे उगाएं?, तो एस्टर के फूल का पौधा घर पर उगाने के लिए नीचे दी गई जानकारी को ध्यान से पढ़ें:

  • सबसे पहले अच्छी किस्म के बीज लें।
  • अब चुने उचित साइज़ के गमले या ग्रो बैग में जैविक खाद युक्त मिट्टी भरें।
  • बीज लगाने से पहले यह सुनिश्चित कर लें, कि ग्रो बैग की मिट्टी नम हो। यदि गमले की मिट्टी नमी युक्त नहीं है, तो बीज लगाने के लगभग 4-6 घंटे पहले मिट्टी को गीला कर दें।
  • अब ग्रो बैग की मिट्टी के बीचों-बीच लगभग 1/4 से 1/8 इंच (0.3 से 0.5 सेंटीमीटर) गहराई में, एस्टर के बीजों को लगाएं। ध्यान रहे बीजों को अधिक गहराई पर न लगाएं, क्योंकि ऐसा करने से आपके बीज सड़ सकते हैं।
  • अब वाटर कैन या स्प्रे पंप की मदद से पानी डालें, ध्यान रहे गमले में अधिक उंचाई और तेज धार से पानी नहीं डालना है, क्योंकि ऐसा करने पर बीज अधिक गहराई में या मिट्टी के ऊपर आ सकते हैं।
  • एस्टर के बीज लगे हुए ग्रो बैग या गमले को धूप वाले स्थान पर रखें।
  • एस्टर फ्लावर के बीज को अंकुरित होने के लिए 18-21 डिग्री सेल्सियस तापमान की आवश्यकता होती है, इस तापमान पर ये बीज 7-15 दिनों में अंकुरित हो सकते हैं।
  • एस्टर फूल के दो पौधों के बीच की दूरी लगभग 1-3 फीट होनी चाहिए। यदि आपके पौधे बहुत पास-पास हैं, तो आप उन्हें किसी दूसरे पॉट या गार्डन की मिट्टी में दूर-दूर ट्रांसप्लांट कर सकते हैं।

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गमले में एस्टर के पौधे की देखभाल कैसे करें – How To Take Care Of Aster Plant In Pot In Hindi

एस्टर एक बारहमासी फूल का पौधा है, जिसे पूर्ण रूप से परिपक्व होने में कई साल लग सकते हैं, इसलिए उस पौधे में उचित वृद्धि और निरंतर फूल लगने के लिए, आपको उस पौधे की ठीक तरह से देखभाल करनी होगी। एस्टर फ्लावर प्लांट की देखभाल के तरीके निम्न हैं:

पानी – Water For Growing Aster Plant In Hindi

पानी – Water For Growing Aster Plant In Hindi

एस्टर के नए पौधों में नमी बनाए रखने और फूलों के खिलने के लिए पौधों को नियमित रूप से पानी देना चाहिए। पानी देते समय ध्यान रहे कि मिट्टी अधिक गीली नहीं होना चाहिए, इससे पौधे की जड़ें खराब हो सकती हैं। एस्टर फूल के पौधे में पानी देते समय पौधे की पत्तियों को गीला नहीं करना है, सिर्फ जड़ों में ही पानी देना है, क्योंकि पत्तियों को गीला करने से पौधे पर फफूंदी या कवक रोग लग सकता है।

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सूर्य का प्रकाश – Sunlight For Growing Aster Plant In Hindi

सूर्य का प्रकाश – Sunlight For Growing Aster Plant In Hindi

एस्टर फूल के पौधे ऐसे स्थान में लगाएं, जहां दिन के अधिकांश समय पूर्ण सूर्य प्रकाश रहता हो, हालांकि इस पौधे की कुछ किस्में आंशिक छाया में भी अच्छी तरह उग सकती हैं। ध्यान रहे बहुत अधिक छाया की स्थिति पौधों के दुबले होने और कम फूल आने का कारण बन सकती है, इसलिए एस्टर के पौधों को अधिक घना बनाने और अधिक फूल खिलने के लिए, आपको इन्हें 5-6 घंटे की धूप वाले स्थान पर रखना होगा।

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तापमान और आर्द्रता – Temperature And Humidity For Growing Aster Plant In Hindi

एस्टर के फूल मध्यम तापमान में ठीक तरह से खिलते हैं, अधिक उच्च तापमान होने पर यह पौधे आंशिक छाया में उगना पसंद करते हैं, इसलिए अधिक गर्मी पड़ने पर आप इन पौधों को दोपहर के समय छाया वाले स्थान पर रखें। एस्टर के पौधे को तेज़ी से ग्रो करने और अधिक फूल खिलने के लिए 15-30 डिग्री सेल्सियस का तापमान सबसे अच्छा होता है।

उर्वरक – Fertilizer For Growing Aster Plant In Hindi

एस्टर फूल का पौधा मध्यम फीडर हैं, अर्थात इसे बहुत अधिक मात्रा में खाद की आवश्यकता नहीं होती है, फिर भी अधिक मात्रा में फूल खिलने के लिए आप इस पौधे की मिट्टी में महीने में दो बाद नियमित समय अन्तराल से जैविक खाद डाल सकते हैं।

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प्रूनिंग – Pruning Of Aster Plant In Hindi

प्रूनिंग – Pruning Of Aster Plant In Hindi 

एस्टर के पौधे की प्रूनिंग करना आसान है पौधे के नए विकास के लिए जगह बनाने के लिए सूखे हुए फूलों को अलग कर दें और मृत या मुरझाए हुए तनों को तुरंत काट दें। ठण्ड के समय जब एस्टर के पत्ते सूख या मुरझा जाते हैं, तब इन पौधों की छटाई कर देना चाहिए। यदि आपने इस फ्लावर प्लांट को घर पर लगाया है, तो उसकी प्रूनिंग जरूर करनी चाहिए, प्रूनिंग से सजावटी पौधे और भी अधिक सुन्दर दिखने लगते हैं।

(यह भी जानें: फ्लावर प्लांट प्रूनिंग क्या है, यह कब और कैसे करें…)

सामान्य कीट और रोग – Insect And Disease Of Aster Plant In Hindi

रस्ट (Rust) और पाउडरी मिल्ड्यू (powdery mildew) रोग एस्टर फूल के पत्तों को प्रभावित कर सकते है, इन रोगों से एस्टर फ्लावर प्लांट को बचाने के लिए पौधों के बीच उचित दूरी बनाये रखें और पौधे की पत्तियों को गीला होने से बचाएं। अधिकांश कीट एस्टर के पौधे से दूर रहते हैं, लेकिन लेस बग्स (lace bugs) ऐसे कीट हैं, जो इन पौधों पर हमला कर सकते हैं। यह कीट बहुत छोटे और भूरे रंग के होते हैं, जिन्हें देखकर आसानी से पहचाना जा सकता है। बग्स का प्रकोप एस्टर के फूल खिलने के समय से पहले होता अतः यदि आप गर्मियों के समय में पीले पत्ते और बग्स को देखते हैं, तो पौधों पर कीटनाशक साबुन या नीम तेल का छिड़काव करें।

(यह भी जानें: हाउस प्लांट में लगने वाले कीट और उनकी रोकथाम…)

ओवरविन्टरिंग – Overwintering In Aster Plant In Hindi

शरद ऋतु अर्थात शुरुआती ठंड में जब एस्टर के फूल खिलना बंद हो जाते हैं, तब उन्हें अच्छी मात्रा में पानी दें। अधिक ठंढ के बाद एस्टर प्लांट के पत्तों को काट कर अलग कर दें। सर्दियों के समय में जड़ों की रक्षा के लिए एस्टर के पौधे लगे गमले की मिट्टी को 3 इंच मोटी गीली घास से ढक दें।

एस्टर की फ्लावरिंग – Flowering Of Aster Plant In Hindi

एस्टर की फ्लावरिंग – Flowering Of Aster Plant In Hindi

घर पर लगाये हुए एस्टर के पौधे में बीज लगाने के लगभग 3 से 4 महीने बाद फूल खिलना शुरू हो जाता है। यदि आपने जनवरी-फरवरी महीने के बीच एस्टर फूल के बीज लगाए हैं, तो मई से जून के समय इस पौधे में फूल खिल सकते हैं। सामान्यतः गर्मी से बारिश के मौसम तक इसके फूल खिलते हैं। यह एक बारहमासी फूल का पौधा है, जो एक बार लगाए जाने के बाद उचित देखभाल के साथ, इसमें बार-बार और लम्बे समय तक फूल खिलते रहेंगे।

इस आर्टिकल में आपने जाना कि एस्टर के पौधे को घर पर कैसे लगाएं, एस्टर फूल के पौधे लगाने का सही समय और बीज लगाने की विधि तथा एस्टर फ्लावर प्लांट की देखभाल कैसे की जाती है? के बारे में जाना। आशा करते हैं यह लेख आपको पसंद आया होगा, इस लेख से सम्बंधित जो भी सवाल या सुझाव हों, हमें कमेंट में लिखकर जरूर बताएं।

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