सीडलिंग तैयार कर उगाए जाने वाले फूलों के पौधे – Flowering Plants Grown From Seedlings In Hindi

गार्डनिंग के बारे में अक्सर आपने पढ़ा या सुना होगा कि कुछ फल-फूल, हर्ब्स तथा सब्जियों वाले पौधों को डायरेक्ट गमले या गार्डन की मिट्टी में नहीं लगाया जाता, बल्कि पहले उनकी सीडलिंग तैयार की जाती है, फिर बाद में उन्हें प्रत्यारोपित (transplant) किया जाता है। यदि ट्रांसप्लांट द्वारा लगाए जाने वाले फूलों को डायरेक्ट विधि द्वारा ग्रो किया जाता है, तो पौधे सही से वृद्धि नहीं कर पाते हैं। इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसे ही फूल वाले पौधों (Flower Plant) के बारे में बताएंगे, जिन्हें गार्डन में ट्रांसप्लांट करने से पहले उनकी सीडलिंग तैयार की जाती है। सीडलिंग विधि से लगाये जाने वाले फूल कौन-कौन से हैं, उनके नाम तथा सीडलिंग से उगाये जाने वाले फ्लावर प्लांट के बारे में अन्य जानकारी पाने के लिए आर्टिकल को पूरा पढ़ें। seedling se lgaye jane wale phool

टॉप 10 सीडलिंग तैयार कर उगाए जाने वाले फूल के पौधे – Top 10 Seedling Growing Flower Plants In Hindi

ये फूल वाले पौधे गार्डन या गमले की मिट्टी में डायरेक्ट लगाने की अपेक्षा सीडलिंग तैयार करके लगाने पर बेहतर तरीके से ग्रो करते हैं, जिनको आप इनडोर प्लांट्स के रूप में बीज द्वारा तैयार कर सकते हैं और कुछ दिनों या हफ़्तों बाद अपने आउटडोर गार्डन या टेरेस गार्डन में रखे हुए बड़े गमलों में ट्रांसप्लांट कर सकते हैं। सीडलिंग से लगाए जाने वाले कुछ प्रमुख फूलों के नाम निम्न हैं :

सीडलिंग से उगाए जाने वाले फूल के पौधे
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क्लियोम (Cleome)
कोलियस (Coleus)
स्नेपड्रेगन (Snapdragon or Antirrhinum)
अगेरेटम (Ageratum)
गेंदे का फूल (marigold)
निकोटियाना (Nicotiana)
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पेटूनिया (petunia)
इम्पेशन्स (Impatiens)
साल्विया (Salvia)
सी लैवेंडर (Sea ​​lavender)
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गेंदा का फूल – Marigold Seedling Growing plant In Hindi 

गेंदा का फूल - Marigold Seedling Growing plant In Hindi 

मेरीगोल्ड फ्लावर प्लांट को आप प्रत्यारोपण विधि से लगा सकते हैं, ग्रोइंग सीजन में जल्दी गेंदा के फूल प्राप्त करने के लिए इसे इनडोर सीडलिंग तैयार कर लगाया जाता है। गेंदे के बीज 20-30°C तापमान मिलने पर लगभग 4-10 दिन के अन्दर अंकुरित हो जाते हैं। मेरीगोल्ड सीड जर्मिनेशन के बाद जब पौधे लगभग 2-4 इंच लंबे हो जाएं, तो उन्हें अलग कर लें और कमजोर सीडलिंग को हटा दें, तथा आपके गार्डन एरिया के आस-पास जब ठंढ के सभी खतरे टल जाएं तब आप तैयार गेंदे की सीडलिंग को आउटडोर गार्डन में या बड़े गमलों में ट्रांसप्लांट कर सकते हैं।

(और पढ़ें: घर पर गेंदा का फूल कैसे उगाएं…)

क्लियोम – Seedling Growing Flower Plant Cleome In Hindi

क्लियोम - Cleome In Hindi

क्लियोम, क्लियोमेसी (cleomaceae) परिवार में फूलों के पौधों की एक प्रजाति है, जिसे आमतौर पर मकड़ी का फूल (Spider flowers) के नाम से भी जाना जाता है। फ्लावर प्लांट क्लियोम को बीज से आसानी से उगाया जा सकता है, लेकिन इन बीजों को अंकुरित होने के लिए तापमान में उतार-चढ़ाव (दिन का तापमान 23-29°C और रात का तापमान 10°C) की आवश्यकता होती है। ये फूल वाले पौधे सही मात्रा में प्रकाश तथा अच्छी जलनिकासी वाली मिट्टी में उगना पसंद करते हैं। सीडलिंग ट्रे या किसी छोटे गमले में क्लियोम के बीज लगायें और मिट्टी की हल्की परत (¼ इंच) से ढंक दें, इन बीजों को अंकुरित होने के लिए प्रकाश की आवश्यकता होती है।

अंकुरण के दौरान मिट्टी को हमेशा नम रखें, लगभग एक सप्ताह में बीज अंकुरित हो जाते हैं। जब क्लियोम के पौधे 4-6 इंच लम्बे हो जाए और ठण्ड का खतरा पूरी तरह टल जाए, तब आप पौधों को अपने गार्डन में या बड़े गमलों में ट्रांसप्लांट कर सकते हैं, ध्यान रखें पौधों के बीच कम से कम 8 इंच की दूरी होनी चाहिए।

कोलियस – Coleus Flower Plant That Grow From Seedlings In Hindi

कोलियस - Coleus Flower Plant That Grow From Seedlings In Hindi

कोलियस अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी और आंशिक छाया वाले स्थान पर उगना पसंद करते हैं, हालांकि कई किस्में पूर्ण सूर्यप्रकाश को भी सहन कर सकती हैं। कोलियस फ्लावर प्लांट की सीडलिंग तैयार करने के लिए वसंत के मौसम (जनवरी-फरवरी के महीने) में घर के अंदर छोटे गमले या सीडलिंग ट्रे में बीज लगाएं, और उन्हें एक उज्ज्वल प्रकाश वाले स्थान पर रखें। कोलियस सीड्स जर्मिनेशन के समय मिट्टी को नम बनायें रखें, लगभग दो सप्ताह में बीज अंकुरित हो जाएंगे। अब आप 45-50 दिन के बाद, जब पौधे 4-6 इंच बड़े हो जाए, तब उन्हें सावधानी से अपने गार्डन में प्रत्यारोपित करें। आउटडोर ट्रांसप्लांटेशन से पहले सीडलिंग हार्डनिंग करना सुनिश्चित करें।

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स्नेपड्रेगन – Snapdragon Seedling Growing Flower Plant In Hindi

स्नेपड्रेगन - Snapdragon Seedling Growing Flower Plant In Hindi

स्नैपड्रैगन के पौधे पूर्ण सूर्य या आंशिक छाया में अच्छी जल निकासी वाली नम मिट्टी में उगना पसंद करते हैं। स्नैपड्रैगन के बीजों को अंकुरित होने के लिए तेज प्रकाश की आवश्यकता होती है, इसीलिए ठण्ड के दिनों में सीडलिंग ट्रे या किसी छोटे गमले में पॉटिंग मिट्टी भरकर स्नैपड्रैगन सीड्स लगाएं और सीडलिंग ट्रे को तेज रोशनी के नीचे रख दें। सीड जर्मिनेशन के बाद जब पौधा बड़ा हो जाए, तब आप अपने गार्डन एरिया में स्नैपड्रैगन प्लांट को बाहर ट्रांसप्लांट कर सकते हैं।

अगेरेटम – Ageratum Flower Plant Growing From Seedling In Hindi

अगेरेटम - Ageratum Flower Plant Growing From Seedling In Hindi

अगेरेटम (Ageratum) फ्लावर प्लांट को बीज से उगाना आसान है, इसके बीजों को सीधे गार्डन में लगाने के बजाय आमतौर पर घर के अंदर सीडलिंग तैयार कर ग्रो किया जाता है। अगेरेटम बीज अंकुरण के लिए नम मिट्टी तथा प्रकाश की आवश्यकता होती है, इसीलिए सीडलिंग ट्रे को गर्म, धूप वाले स्थान पर रखें और मिट्टी को नम रखें। सीड जर्मिनेशन के बाद जब पौधे 4-6 इंच बड़े हो जाएं और ठंढ के सभी खतरे बीत जाने के बाद जब तापमान 15°C से अधिक हो, तब अगेरेटम फ्लावर प्लांट को गार्डन में प्रत्यारोपित (transplant) कर सकते हैं। सीडलिंग प्लांट को पूरी तरह बाहर रखने से पहले सीडलिंग हार्डनिंग प्रक्रिया सुनिश्चित करें।

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अमरंथस – Amaranthus Flowering plants In Hindi

अमरंथस - Amaranthus Flowering plants In Hindi

ऐमारैंथ (Amaranth) फ्लावर प्लांट को लगाने से पहले इसकी सीडलिंग तैयार करने की आवश्यकता होती है, इसीलिए अमरंथस फ्लावर के बीज से सीडलिंग तैयार करने के लिए ठंड के दिनों में इनडोर बीज लगाना चाहिए। इस फ्लावर प्लांट के बीजों के अंकुरण में आमतौर पर 7 से 14 दिन लगते हैं। जब सीड जर्मिनेशन के बाद पौधे लगभग 4-6 इंच बड़े हो जाते हैं, तब आप सीडलिंग को अपने आउटडोर गार्डन में या बड़े गमलों में ट्रांसप्लांट कर सकते हैं। अमरंथस फ्लावर प्लांट ट्रांसप्लांटेशन के लिए सीडलिंग हार्डनिंग प्रक्रिया अपनाएं।

निकोटियाना – Nicotiana Grow From Start Seedlings In Hindi

निकोटियाना - Nicotiana Grow From Start Seedlings In Hindi

निकोटियाना को बीज द्वारा लगाया जाता है, इस फ्लावर प्लांट की सीडलिंग तैयार करने के लिए शुरुआती वसंत (जनवरी-फरवरी) में छोटे गमले या सीडलिंग ट्रे में बीज लगाना चाहिए और लगभग 1/8 इंच (3 मिलीमीटर) मिट्टी की पतली परत से ढंकना चाहिए, ताकि उन्हें प्रकाश मिलता रहे। निकोटियाना सीड लगभग दो से तीन सप्ताह में अंकुरित हो जाते हैं। सीड जर्मिनेशन के बाद जब पौधे लगभग 4-6 इंच बड़े हो जाएं, तब आप इन पौधों का प्रत्यारोपण गार्डन में कर सकते हैं।

पेटुनिया – Petunia Flowering Plant Seedling In Hindi

पेटुनिया - Petunia Flowering Plant Seedling In Hindi

अपने टेरेस गार्डन में कंटेनर गार्डनिंग करते समय पेटुनीया फूल वाले पौधे लगाने के लिए सबसे पहले हमें इसकी सीडलिंग तैयार करने की आवश्यकता होती है, इसीलिए अपने गार्डन एरिया के आस-पास अंतिम ठंड के दिनों में पेटुनिया के बीज लगाना शुरु करें। अच्छी जलनिकासी वाली नम मिट्टी तथा प्रकाश की उपस्थिति में लगभग 7 से 10 दिनों के अन्दर पेटुनिया के बीज अंकुरित हो जाते हैं। सीड जर्मिनेशन के लगभग 35-40 दिन के बाद आप आउटडोर गार्डन में या बड़े गमलों में सीडलिंग ट्रांसप्लांट कर सकते हैं।

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इम्पेशन्स फ्लावर प्लांट – Impatiens Flower Plant Grow Form Seeds In Hindi

इम्पेशन्स फ्लावर प्लांट - Impatiens Flower Plant Grow Form Seeds In Hindi

इम्पेशन्स फ्लावर प्लांट को ज्वेलवीड (jewelweed) या स्पॉटेड टच-मी-नॉट (Spotted touch-me-not) भी कहा जाता है। किस्मों के आधार पर इसके फूल नारंगी, गुलाबी, बैंगनी, लाल, पीले और सफेद आदि रंगों के होते हैं। इम्पेशन्स फ्लावर प्लांट्स के बीज अंकुरित होने के लिए सूर्य प्रकाश की जरूरत होती है, इसीलिए बीजों को मिट्टी की हल्की परत से ढंके और सीडलिंग ट्रे को उज्जवल स्थान पर रखें। लगभग दो से तीन सप्ताह में बीज अंकुरित हो जाएंगे। इम्पेशन्स फ्लावर सीड्स जर्मिनेशन के लगभग 1 महीने बाद आप पौधों को बाहर गमले में या गार्डन की मिट्टी में लगा सकते हैं।

साल्विया – Seedling Growing Flower Plant Salvia In Hindi

साल्विया - Seedling Growing Flower Plant Salvia In Hindi

साल्विया फ्लावर प्लांट को लगाने से पहले इसकी सीडलिंग तैयार की जाती है, ताकि पौधे बेहतर तरीके से ग्रो कर सकें। साल्विया के पौधों की कई किस्में उपलब्ध हैं जिसमें ब्लू, पर्पल, पिंक, रेड, व्हाइट और येलो रंग के फ्लावर खिलते हैं। साल्विया के पौधे (Seedling) तैयार करने के लिए वसंत ऋतु की शुरुआत में घर के अन्दर सीडलिंग ट्रे में बीज लगायें और मिट्टी की हल्की परत से ढंक दें, क्योंकि बीजों को अंकुरित होने के लिए प्रकाश की आवश्यकता होती है। लगभग दो सप्ताह में साल्विया के बीज अंकुरित हो जाएंगे। सीडलिंग 4-6 इंच बड़े हो जाने पर आप इन्हें अपने गार्डन में या बड़े गमलों में ट्रांसप्लांट कर सकते हैं।

सी लैवेंडर – Seedling Flowering Plant Sea ​​lavender In Hindi

सी लैवेंडर - Seedling Flowering Plant Sea ​​lavender In Hindi

लैवेंडर फ्लावर प्लांट पूर्ण सूर्य और अच्छी जलनिकासी वाली, उपजाऊ मिट्टी में तेजी से उगता है। इसकी सीडलिंग तैयार करने के लिए आप ठण्ड के समय इनडोर सीडलिंग ट्रे में सी लैवेंडर के बीज लगायें और इसे किसी उज्जवल खिड़की के पास रख दें, ताकि अप्रत्यक्ष रूप से बीज को सूर्य प्रकाश मिलता रहे और मिट्टी को नम रखें। लैवेंडर सीड्स 10°C-15°C के बीच तापमान मिलने पर लगभग 14-21 दिनों में अंकुरित हो जाते हैं। सीड जर्मिनेशन के बाद जब पौधे 4-6 इंच बड़े हो जाएं तब आप इन्हें आउटडोर गार्डन में या किसी बड़े हमले या ग्रो बैग में ट्रांसप्लांट कर दें, ताकि पौधे तेजी से ग्रो कर सकें। ध्यान रखें पौधों को पूरी तरह बाहर प्रत्यारोपित करने से पहले सीडलिंग हार्डनिंग की प्रक्रिया सुनिश्चित करें।

(और पढ़ें: महीने के अनुसार खिलने वाले फूलों के नाम…)

इस आर्टिकल में आपने जाना कि कौन से फूल वाले पौधे लगाने के लिए उनकी सीडलिंग तैयार की जाती है, ताकि वे तेजी से ग्रो कर सकें, इसके साथ ही आपने सीडलिंग से लगाए जाने वाले फ्लावर प्लांट्स के नाम तथा उनसे सम्बंधित अन्य जानकारी के बारे में जाना।

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