फूल वाले पौधों के लिए खाद तथा सबसे अच्छे उर्वरक – Best Fertilizer for Flowering Plants in Hindi

रंग बिरंगे फूलों के गार्डन में घूमने का एक अलग ही आनंद होता है जिसके लिए लोग बड़े शौक से अपने होम गार्डन में फूल वाले पौधों को लगा देते हैं पर बहुत दिनों के बाद भी पौधों में फूल नहीं आते हैं, तो फूल वाले पौधों का न खिलने का एक कारण पोषक तत्वों की कमी भी होता है गार्डन या घर पर लगे पौधों को फूलने के लिए धूप, पानी व मिट्टी के अलावा भी अनेक पोषक तत्वों की जरूरत होती है और उन पोषक तत्वों की कमी को जैविक फर्टिलाइजर और खाद की मदद से पूरा किया जाता है। यदि आप भी जानना चाहते हैं कि पौधे में फूल क्यों नहीं आ रहे हैं तो इस लेख को अंत तक पढ़ें, जिसमें आप फूल वाले पौधों के लिए सबसे अच्छा जैविक उर्वरक और खाद तथा उनके उपयोग करने के तरीकों के बारे में विस्तार से जानेगें।

पौधों में अच्छे फूल आने के लिये प्रमुख उर्वरक – What is the best fertilizer for flowering plants In Hindi

यदि आप जानना चाहते हैं कि गार्डन में लगे फूल वाले पौधों में कौन सा खाद डालें, तो हम यहाँ कुछ प्रमुख जैविक खाद तथा उर्वरक के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी मदद से पौधों में अच्छे और अधिक फूल खिलने को बढ़ावा दे सकते हैं। फूल वाले पौधों में डालने के लिए उर्वरक के कुछ टाइप निम्न हैं जैसे- पूर्ण उर्वरक व पर्ण उर्वरक। इस लेख में बताए गए सभी फर्टिलाइजर आपके पौधों को फूलों से भर देंगे।

आइए फर्टिलाइजर के विभिन्न प्रकारों को आगे बिस्तार से समझते हैं।

फूल वाले पौधों के लिए पूर्ण उर्वरक – Complete fertilizer use to encourage flowering in plants In Hindi

फूल वाले पौधों में डलने वाला कम्प्लीट फर्टिलाइजर (पूर्ण उर्वरक) तीन मुख्य पोषक तत्वों नाइट्रोजन (N), फास्फोरस (P) और पोटेशियम (K) का मिश्रण होता है। इसे शॉर्ट फॉर्म में एनपीके (NPK) कहते हैं। NPK उर्वरक अलग-अलग अनुपात में आता है। पौधों में NPK उर्वरक के विभिन्न कार्य:

  • नाइट्रोजन, फूल वाले पौधों में पत्ती और तने की वृद्धि को बढ़ाता है। फ्लावर प्लांट की बीमारियों से रक्षा एवं पौधे को हरा भरा बनाने में नाइट्रोजन उपयोगी है।
  • फास्फोरस पोषक तत्व के प्रयोग से फूल वाले पौधे में नए फूल निकलते हैं एवं नवीन जड़ें विकसित होती हैं।
  • पोटेशियम पौधे की प्रतिरक्षा तंत्र प्रणाली को मजबूत करता है अर्थात फूल वाले पौधों में रोगों से लड़ने की क्षमता विकसित करता है।

फ्लावर प्लांट के लिए पर्ण उर्वरक – foliar fertilizer in flower plant in Hindi

जब जड़ के माध्यम से पौधे को पर्याप्त पोषक तत्व प्राप्त नहीं होते हैं, तब उस स्तिथि में फोलिअर फर्टिलाइजर का उपयोग किया जाता है। फोलियर फर्टिलाइजर को फूल वाले पौधे की पत्तियों पर स्प्रे किया जाता है एवं पत्तियों द्वारा पोषक तत्वों को अवशोषित किया जाता है जिससे पत्तियां हरी हो जाती हैं व पौधे मे नए फूल भी खिलने लगते हैं। पर्ण उर्वरक को खरीदते समय पौधे की पोषण संबंधी आवश्यकताओं के बारे में जानकारी प्राप्त करना महत्वपूर्ण है।

फूल वाले पौधों के लिए जैविक खाद और उर्वरक – Organic Fertilizer For Flower Plants in Hindi

प्रकृति और जैविक पदार्थों से प्राप्त होने फर्टिलाइजर को जैविक फर्टिलाइजर कहते हैं। गोबर खाद, वर्मी कम्पोस्ट, फिश इमल्सन, सीवीड कुछ प्रमुख ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर हैं। ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर के उपयोग से फूल वाले पौधों में अनेक फायदे देखने को मिलते हैं, बशर्ते यदि उनको सही मात्रा में डाला जाए। आइए फ्लावर प्लांट्स के लिए उपयोग किये जाने वाले कुछ प्रमुख जैविक फर्टिलाइजर एवं उनको उपयोग करने के तरीकों को विस्तार से समझते हैं।

(यह भी जानें: पोटेड प्लांट्स के लिए टॉप 10 होममेड जैविक खाद…)

फ्लावर प्लांट के लिए एप्सम साल्ट फर्टिलाइजर – Flower plant fertilizer Epsom salt in Hindi

एप्सम साल्ट, सेंधा नमक जैसा ही दिखता है पर यह गुणों में सेंधा नमक से भिन्न होता है। एप्सम साल्ट में सल्फर एवं मैग्नीशियम पोषक तत्व पाए जाते हैं जो पौधे में फूलों का उत्पादन बढ़ा देते हैं। एप्सम साल्ट को आप लोकल बाजार से खरीद सकते हैं। आइये जानते हैं फूल वाले पौधों में एप्सम साल्ट को कब और कैसे दें:

  • कब दें – फूल वाले पौधे को लगाते समय या जब पौधा थोडा बड़ा हो जाए तब आप पौधों पर एप्सम नमक के घोल का छिड़काव कर सकते हैं।
  • कैसे घोल बनाएं – एक लीटर पानी में एक चम्मच एप्सम साल्ट मिलाकर घोल बनाएं व जड़ों पर डालें या फिर युवा पौधों की पत्तियों पर छिड़काव करें।

(यह भी जानें: पौधों की अच्छी ग्रोथ के लिए ऐसे इस्तेमाल करें एप्सम साल्ट…)

केले के छिलके से बनाएं फूल वाले पौधों के लिए जैविक खाद – banana peel fertilizer for flower plant in Hindi

केले के छिलके से बनाएं फूल वाले पौधों के लिए जैविक खाद - banana peel fertilizer for flower plant in Hindi

केला के छिलके में पोटेशियम, कैल्शियम, फास्फोरस जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। यदि केले के छिलके की खाद को फूल वाले पौधों में डाला जाता है, तो इसमें उपस्थित पोषक तत्वों से फूल वाले पौधे की जड़ें मजबूत होती हैं व नए फूल खिलने लगते हैं। फूल वाले पौधों के लिए केले के छिलके की खाद का उपयोग कब और कैसे करना है, इसकी जानकारी नीचे दी गई हैं:

  • कब दें – तीन से छ: महीने में एक बार केले के छिलके से बनी कम्पोस्ट खाद का प्रयोग फूल वाले पौधों पर किया जा सकता है।
  • कैसे इस्तेमाल करें – केले के छिलकों को छोटे छोटे टुकड़ों में काटकर कुछ दिनों के लिए पानी में डाल दें एवं फिर उस पानी को छान कर पौधों की जड़ों में इस्तेमाल कर सकते हैं।

(यह भी जानें: केले के छिलके की खाद कैसे बनाएं…)

फूल वाले पौधों के लिए उपयोगी उर्वरक अंडे के छिलके – Homemade Eggshell Fertilizer for flower plants In Hindi

फूल वाले पौधों के लिए उपयोगी उर्वरक अंडे के छिलके - Homemade Eggshell Fertilizer for flower plants In Hindi

अंडे के छिलकों में मैग्नीशियम, कैल्शियम व जिंक जैसे फूल वाले पौधों के लिए उपयोगी पोषक तत्व मौजूद होते हैं। ये पोषक तत्व फूल वाले पौधों के तनों को मजबूत बनाते हैं व पौधे में बीज निर्माण प्रक्रिया को तेज करते हैं।

  • कब दें – महीने में एक बार इसका प्रयोग फूल वाले पौधों पर ज्यादा फूल प्राप्त करने के लिए किया जा सकता है।
  • कैसे इस्तेमाल करें – अंडे के छिलकों का बारीक पाउडर बनाकर पौधे की जड़ों में डालें या चूर्ण को पानी में घोलकर भी फूल वाले पौधों की मिट्टी पर डाला जा सकता है।

(यह भी जानें: कभी नहीं फेंकेंगे अंडों के छिलके जाने गार्डनिंग में इसके फायदे…)

फूलों के पौधों के लिए बनाएं प्याज के छिलकों की लिक्विड खाद – Onion Peel Fertilizer uses in flowering plant at home in Hindi

प्याज के छिलकों से बने उर्वरक में आयरन, कॉपर, मैग्निशियम, पोटेशियम, कैल्शियम जैसे तत्व पाए जाते हैं, जिनके इस्तेमाल से फ्लावर प्लांट में पोषक तत्वों को अवशोषित करने की गति बढ़ जाती है। यदि आप प्याज के छिलके की खाद का उपयोग कब और कैसे करना है इसकी जानकारी नीचे दी गई है:

  • कब करें – महीने में एक बार प्याज से बनी खाद को फूल वाले पौधे लगे गमले की मिट्टी पर डाला जा सकता है।
  • कैसे इस्तेमाल करें – प्याज के छिलकों को पानी में डालकर 1-2 दिन के लिए रख दिया जाता है इसके बाद इसे छान कर तरल खाद को फूल वाले पौधों की जड़ों पर डाला जा सकता है।

(यह भी जानें: महत्वपूर्ण जैविक उर्वरक और उनका एनपीके अनुपात…)

फूल वाले पौधों के लिए खाद मस्टर्ड केक – Mustard Cake Fertilizer for flower plants in Hindi

सरसों के बीजों से तेज निकाने के बाद मस्टर्ड केक फर्टिलाइजर को बनाया जाता है। फूल वाले पौधों में मस्टर्ड केक फर्टिलाइजर के उपयोग से पौधे को मैंगनीज, सल्फर, जिंक, नाइट्रोजन, पोटेशियम, फास्फोरस जैसे कई पोषक तत्व मिल जाते हैं। इन पोषक तत्वों से फूल वाले पौधों की जड़ों में वृद्धि होती है और पौधों की रोग प्रतिरोधक शक्ति बढती है। इस खाद के इस्तेमाल से फूल वाले पौधे तेजी से फूलते हैं और हरे भरे रहते हैं।

  • मस्टर्ड केक उर्वरक का इस्तेमाल कब और कैसे करें – एक कंटेनर या बाल्टी में मस्टर्ड केक फर्टिलाइजर की कुछ मात्रा को थोड़े पानी में मिलाएं और तीन चार दिन के लिए ढक कर रख दें। फिर तीन दिन बाद मस्टर्ड केक फर्टिलाइजर को पानी की दोगुनी मात्रा में मिलाएं। अब इस घोल को फूल वाले पौधों की जड़ों पर डाला जा सकता है। आप महीने में एक या दो बार मस्टर्ड केक जैविक उर्वरक को अपने फूल वाले पौधों को दे सकते हैं।

(यह भी जानें: सरसों खली या मस्टर्ड केक के फायदे, जो गार्डनिंग को बनाए बेहतर…)

फूल वाले पौधों के लिए सबसे अच्छा उर्वरक बोन मील – Bone meal fertilizer benefits in flower plant in Hindi

इस बोन मील खाद में फास्फोरस और कैल्शियम मुख्य रूप से पाए जाते हैं। ये पोषक तत्व फूल वाले पौधों में जड़ें तेजी से विकसित करते हैं व इनसे फूल जल्दी खिलते हैं। बोन मील जैविक उर्वरक को ऑनलाइन organicbazar.net से खरीदा जा सकता है।

  • कब और कैसे इस्तेमाल करें – बोन मील फर्टिलाइजर को सीधा फूल वाले पौधों की मिट्टी में भुरका जाता है व मिट्टी में उसे अच्छे से मिला दिया जाता है। आप 3 से 6 महीने में एक बार इसका उपयोग फूल वाले पौधों पर कर सकते हैं।

(यह भी जानें: पौधों के लिए फायदेमंद होता है मिट्टी में बोन मील का प्रयोग…)

फूल वाले पौधों के लिए गोबर खाद – Cow dung fertilizer in flowering plants in Hindi

फूल वाले पौधों के लिए गोबर खाद - Cow dung fertilizer in flowering plants in Hindi

गोबर खाद फूल वाले पौधों के लिए बेस्ट जैविक खाद है, जिसे आसानी से बनाया तथा प्राप्त किया जा सकता है। गोबर खाद में पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस एवं अन्य माइक्रोन्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं। ये पोषक तत्व फूल वाले पौधे की पत्तियों को हरा भरा बनाते हैं और फूलों के विकास को प्रोत्साहित करते हैं। ऑनलाइन के माध्यम से गोबर खाद उर्वरक खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें।

कब और कैसे इस्तेमाल करें – गोबर खाद का उपयोग कई तरह से किया जाता है: जैसे- फूल वाले पौधों को लगाने के लिए मिट्टी तैयार करते समय मिट्टी में ही मिलाकर या पौधा जब थोडा बड़ा हो जाये तब उसकी जड़ों के पास मिट्टी में डालकर।

(यह भी जानें: पौधों के लिए गोबर की खाद का इस्तेमाल करने के तरीके और फायदे…)

फूल वाले पौधों में जैविक उर्वरक के प्रयोग में सावधानियां – Thing to keep in mind while using organic fertilizer in flower plant in Hindi

फूल वाले पौधों में ऑर्गेनिक उर्वरकों का उपयोग करते समय कुछ बातों का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए जैसे :

  • ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर को नियमित न डालें, आप इसे 15 से 30 दिन के अंतराल पर डाल सकते हैं।
  • एप्सम साल्ट को ज्यादा मात्रा में उपयोग करने से पौधे का विकास धीमा हो जाता है इसीलिए इसकी उचित मात्रा ही फूल वाले पौधों में डालें।
  • केले के छिलकों से बनी खाद को ऐसे समय न डालें जब धूप न निकलती हो, क्योंकि धूप के अभाव में पौधे में फंगस लग सकती है इसीलिए जब अच्छी धूप निकले तभी इनका उपयोग फूल वाले पौधों में करें।

निष्कर्ष – Conclusion

इस आर्टिकल में आपने फूल वाले पौधों में अच्छी तरह से फूल खिलने के लिए जैविक खाद और उर्वरक के प्रयोग की जानकारी के बारे में जाना। उम्मीद करते हैं यह लेख आपके पौधों में फूल खिलने के लिए लाभदायक होगा। इसी तरह के गार्डनिंग से संबंधित और भी लेख पढ़ने के लिए हमारी साईट Organicbazar.net पर विजिट कर सकते हैं तथा अपने सवाल और सुझाव को कमेंट करके बता सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *