कोको-कॉयर पॉट क्या हैं, गार्डन में इसका उपयोग कब और कैसे करें – A Complete Guide On Coco-Coir Pots And Its Uses In Hindi

यदि आप गार्डनिंग करने में एक्सपर्ट हैं, तो आपने कभी न कभी कोको-कॉयर या कोको-फाइबर पॉट का इस्तेमाल तो किया होगा। क्या आपने कभी सोचा है, कि यह पॉट किस चीज से बनाए जाते हैं या इन गमलों में पौधे लगाने के क्या फायदे हैं। अक्सर हम बहुत सी चीजों का इस्तेमाल तो करते हैं, लेकिन हमें यह पता नहीं होता है, कि इसके उपयोग करने के फायदे क्या हैं और इन्हें कब उपयोग करना बेहतर होगा। आज इस लेख में हम आपको कोको फाइबर पॉट से संबंधित सारी जानकारी देने जा रहे हैं, कोको-कॉयर पॉट क्या होते हैं, इन गमलों का उपयोग कब और कैसे करें, जानने के लिए लेख पूरा पढ़ें। इसके अलावा आप यह भी जानेंगे, कि कोको-फाइबर पॉट में कौन से पौधे लगाए जाते हैं।

कोको कॉयर पॉट क्या होते हैं – What Is Coco-Coir Pots In Hindi

कोको कॉयर पॉट क्या होते हैं - What Is Coco-Coir Pots In Hindi

यह नारियल की जटाओं से निकलने वाले रेशे से बने प्लांटिंग कंटेनर होते हैं, जिनमें वाटर होल्डिंग कैपेसिटी (जल धारण क्षमता) उच्च तथा एयरेशन (हवा का आदान-प्रदान) बेहतर होता हैं। यह सॉफ्ट, फ्लेक्सिबल बर्तन पौधे तैयार करने के लिए आदर्श होते हैं। यह बायोडिग्रेडेबल होते हैं, अतः उपयोग करने के बाद यह पूरी तरह से मिट्टी में टूट जाते हैं। कॉयर पॉट पौधे के लिए एक बेहतरीन ग्रोइंग मीडियम है, इसमें लगे पौधे को कॉयर पॉट सहित रिपॉट किया जा सकता है, पौधे को बाहर निकालने की आवश्यकता नहीं होती है।

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कोको-कॉयर पॉट का उपयोग कब करें – When To Use Coir Pots In Hindi

जब आप किसी ऐसे पौधे के बीज लगाने जा रहे हैं, जिन्हें जर्मिनेट होने के लिए अधिक नमी व हवा की आवश्यकता होती है, इन बीजों को लगाने के लिए आप कोको कॉयर से बने पॉट या कोको-कॉइन का उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा आप एक बड़े साइज के कोको-कॉयर पॉट का उपयोग पौधे लगाने के लिए भी कर सकते हैं।

कॉयर पॉट्स हैंगिंग पॉट्स के रूप में भी बेस्ट होते हैं। यदि हम कॉयर पॉट्स का इस्तेमाल करते हैं, तो यह मिट्टी में अधिक समय तक नमी बनाए रखते हैं। साथ ही इनमें पौधे की जड़ें सड़ती नहीं हैं।

आइए अब जानते हैं- कोको-कॉयर पॉट में पौधे कैसे लगाएं?

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कोको कॉयर पॉट का उपयोग कैसे करें – How To Use Coir Plant Pots In Hindi

कोको कॉयर पॉट का उपयोग कैसे करें - How To Use Coir Plant Pots In Hindi

कोको-कॉयर से बने गमले छोटे साइज़ के अलावा बड़े साइज़ में भी मार्केट या ऑनलाइन शॉप पर उपलब्ध होते हैं। आमतौर पर कॉयर पॉट्स का उपयोग भी अन्य गमलों की तरह ही किया जाता है, लेकिन अन्य गमलों से अलग होने के कारण इनमें पौधा लगाते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। आइये जानते हैं- कोको फाइबर पॉट का उपयोग करने के तरीके जो कि निम्न हैं:-

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कोको कॉयर पॉट में कौन से पौधे लगाएं – Which Plants Grow In Coco Coir Pots In Hindi

कॉयर पॉट का सर्वाधिक उपयोग किसी भी तरह के सीड्स को जर्मिनेट करने के लिए किया जाता है। आमतौर पर कोको-फाइबर पॉट में वह पौधे लगाये जाते हैं, जिन्हें ग्रो करने के लिए अधिक नमी की आवश्यकता होती है। इसके अतिरिक्त आप इन गमलों में वह पौधे भी लगा सकते हैं, जिनकी जड़ें ट्रांसप्लांट से अधिक प्रभावित होती हैं, क्योंकि इनमें लगे पौधे को ट्रांसप्लांट करने के लिए पौधे को मिट्टी से बाहर निकालने की आवश्यकता नहीं होती है, आप जड़ों को नुकसान पहुंचाए बिना, पौधे लगे पॉट को सीधे मिट्टी में लगा सकते हैं।

कोको-फाइबर पॉट मुख्य रूप से हाउसप्लांट लगाने के लिए बेस्ट होते हैं, क्योकिं अधिक समय तक नमी बनी रहने से इनमें लगे पौधे को कम पानी की आवश्यकता होती है। हाउसप्लांट्स के अलावा भी आप बड़े साइज़ के कोको-कॉयर पॉट में निम्न पौधे लगा सकते हैं:-

  • फ्लावर प्लांट (Flowering Plants)
  • लो मेंटेनेंस प्लांट (Low Maintenance Plants)
  • एयर प्यूरीफाइंग प्लांट्स (Air Purifying Plants)
  • कम धूप वाले पौधे (Low Light Plants)
  • कैक्टस और सकुलेंट्स प्लांट्स (Cacti And Succulents)
  • हैंगिंग प्लांट्स (Hanging Plants)
  • हर्बल प्लांट्स (Medicinal & Aromatic Plants)
  • फ्रूट प्लांट (Fruit Plant)

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कोको कॉयर पॉट के फायदे – Benefits Of Using Coir Pots In Hindi

कॉयर पॉट में पौधे कैसे लगाएं? जानने के बाद आइए जानते हैं- इस पॉट में पौधे लगाने के फायदे के बारे में, जो कि निम्न हैं:-

  • यह गमले बेहतर जल निकासी, नमी तथा जल धारण क्षमता वाले होते हैं, जो पौधे को अनुकूल स्थितियां प्रदान करते हैं।
  • कॉयर पॉट सॉफ्ट होने के कारण जड़ें एक दूसरे में उलझने की बजाय गमले की दीवारों से बाहर निकल जाती हैं, जिससे रूट बाउंड का खतरा नहीं होता है और जड़ों का बेहतर विकास होता है।
  • इसमें लगे पौधे को पॉट सहित रिपॉट किया जाता है, जिससे जड़ों को कोई नुकसान नहीं होता और रिपॉटिंग या ट्रांसप्लांटिंग में आसानी होती है।
  • एक बार उपयोग किये जाने के बाद, आप इनको मिट्टी में मिलाकर जल निकासी में सुधार करने तथा नमी बनाए रखने और खरपतवार नियंत्रण के लिए मल्चिंग के रूप में भी कर सकते हैं।

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इस लेख में आपने, कि कोको- कॉयर या कोको फाइबर पॉट क्या होते हैं, इन गमलों के फायदे तथा कॉयर पॉट का उपयोग कब और कैसे करते हैं के बारे में जाना। उम्मीद है यह लेख आपको अच्छा लगा होगा, लेख से सम्बन्धित आपके सवाल या सुझाव हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

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